कोरोना की रोक थाम के लिए राजस्थान देश का पहला राज्य है जहां सबसे पहले लाँकडाउन लिया गया।तेजी से लिया गया लाँकडाउन के बाउजुद राजस्थान में कोरोना संक्रमण रुकने और कम होने की बात दूर हो गई हैं।राजस्थान सरकार कोरोना संकट के बढते मामलों से बहुत चिंतित नजर आ रही है इसी लिए रोकने के लिए तबातोड़ निर्णय ले रही हैं।
राजस्थान के जयपुर जिले में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या बढ़कर 350 से ऊपर पहुंच गई हैं।जयपुर में जिस तेजी से कोरोना संक्रमण फैल रहा है इसी लिए इस शहर को चीन का वुहान कहा जाने लगा है जहां से इस वायरस की उत्पत्ति माना जा रहा हैं।खासकर जयपुर का रामगंज इलाके में अबतक 300 से ज्यादा कोरोना पाँजिटिव मामले सामने आ चुके हैं।
महज 7 करोड़ की आबादी वाले राज्य में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 850 के आसपास पहुंच गई है जबकि राजधानी जयपुर तो मुंबई और दिल्ली के बाद देश का ऐसा तीसरा सबसे बड़ा शहर है, जहां संक्रमितों की संख्या अधिक है.
करीब 6 लाख की आबादी वाले रामगंज में 300 से ज्यादा कोरोना मरीज मिलने की वजह से इसे भारत का सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित इलाका माना जा रहा है. इसी इलाके में मस्कट से लौटे एक शख्स ने करीब 150 लोगों को संक्रमित कर दिया है जबकि तबलीगी जमात के लोगों ने भी करीब इतने ही लोगों को कोरोना संक्रमित किया है.
सरकार ने बढ़ाया जांच का दायरा
सरकार के अनुसार जांच का दायरा बढ़ाया गया है, इसीलिए रामगंज में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है. सरकार ट्रिपल एक्स यानी सोशल डिस्टैंसिंग, स्क्रीनिंग और सैंपलिंग के जरिए अब रामगंज पर कोरोना से काबू पाने की कोशिश कर रही है.