राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम एवं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट द्वारा किया गया राजनीति बगावत से कांग्रेस पार्टी में उथल-पुथल मचा हुआ हैं।जिसके चलते राजस्थान सरकार अल्पमत में आ गई हैं और पायलट गुट के 19 विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रति अविश्वास व्यक्त करते हुए उनके अंतर्गत काम करने से मना कर दिया हैं स्वयम सचिन पायलट ने भी अशोक गहलोत के प्रति अविश्वास व्यक्त करते हुए सरकार के प्रति बगावत किये हुए हैं।जिसके कारण कांग्रेस हाई कमान ने उन्हेंने पार्टी के सभी पदों से हटा दिया हैं।
राजस्थान में चल रहे राजनीति संकट के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर अपने विधायकों पर खरीद फरोख्त का आरोप लगाते हुए कहा कि इस काम में हमारे डिप्टी सीएम सचिन पायलट खुद राजस्थान सरकार गिराने की डील कर रहे थे. हमारे विधायकों को पैसे के लालच दिए जा रहे हैं. मेरे पास सबूत है.
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि हमारे डिप्टी सीएम हो या पीसीसी चीफ, उनसे जब खरीद-फरोख्त की जानकारी मांगी गई तो सफाई दे रहे हैं. वह खुद षड्यंत्र में शामिल थे. दिल्ली में बैठे लोगों ने सरकार गिराने की साजिश रची. लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश हो रही है. कर्नाटक और मध्य प्रदेश की तरह साजिश हो रही है.
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि आज सीबीआई, इनकम टैक्स, ईडी का दुरुपयोग किया जा रहा है. हम तो तीसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं. 40 साल की राजनीति हो गई. हम तो नई पीढ़ी को तैयार करते हैं. आने वाला कल उनका है. हमारी बहुत रगड़ाई हुई थी. 40 सालों तक जिन्होंने संघर्ष किया, वो आज मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और पार्टी के शीर्ष पर हैं.
सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि लोग कहते हैं हम नई पीढ़ी को पसंद नहीं करते हैं. राहुल गांधी, सोनिया गांधी और खुद अशोक गहलोत उन्हें पसंद करता है. गवाह है कि जब भी मीटिंग होती है तो मैं युवाओं और एनएसयूआई के लिए लड़ाई लड़ता हूं. इनकी रगड़ाई नहीं हुई थी, इसलिए यह समझ नहीं पा रहे हैं.