राजस्थान में राजनीति महत्वकांक्षा के लिए कांग्रेस के दो दिग्गजों सीएम अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच मचा सत्ता संघर्ष अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका हैं।इसी बीच सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी पर एक बार फिर लोकतांत्रिक रुप से चुनी हुई सरकार को गिराने का आरोप लगाया हैं।आरोप लगाते हुए उन्होंने पीएम मोदी को एक पत्र लिखा हैं जिसमें कहा गया कि मेरी सरकार को गिराने में कुछ केंद्रीय मंत्रियों का हाथ हैं।
सीएम अशोक गहलोत ने पत्र के माध्य से, पीएम मोदी से की ये अपील
राजस्थान के राजनीतिक संकट के बीच सीएम अशोक गहलोत ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा इस पत्र में उन्होंने आरोप लगाया है कि राजस्थान की निर्वाचित सरकार को गिराने का प्रयास हो रहा है और इस षड्यंत्र में एक केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मादी को जो पत्र लिखा है, उसमें उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के इस दौर में जीवन रक्षा ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. ऐसे में राजस्थान में चुनी हुई सरकार को गिराने का कुप्रयास किया जा रहा है. इस कृत्य में केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, भाजपा के अन्य नेता एवं हमारी पार्टी के कुछ अति महत्वाकांक्षी नेता भी शामिल हैं. इनमें से एक भंवर लाल शर्मा जैसे वरिष्ठ नेता ने स्वर्गीय भैरोंसिंह शेखावत सरकार को भी (भाजपा नेता होने के बावजूद) विधायकों की खरीद-फरोख्त कर गिराने का प्रयास किया था. धनराशि तक कई विधायकों तक पहुंच चुकी थी. तब मैंने मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष के नाते तत्कालीन राज्यपाल बलिराम भगत एवं प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव से मिलकर विरोध किया कि इस प्रकार खरीद-फरोख्त कर चुनी हुई सरकार को गिराना लोकतांत्रिक मूल्यों के विरूद्ध है.
सीएम गहलोत ने लिखा कि मैं आपका ध्यान राज्यों में चुनी हुई सरकारों को लोकतांत्रिक मर्यादाओं के विपरीत हॉर्स ट्रेडिंग के माध्यम से गिराने के लिए किये जा रहे कुत्सित प्रयासों की ओर आकृष्ट करना चाहूंगा. हमारे संविधान में बहुदलीय व्यवस्था के कारण राज्यों एवं केंद्र में अलग-अलग दलों की सरकारें चुनी जाती रही हैं. यह हमारे लोकतंत्र की खूबसूरती ही है कि इन सरकारों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लोकहित को सर्वोपरि रखते हुए कार्य किया