बिहार के प्रमुख नदियों गंगा, बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, महानंदा, घाघरा के जल स्तर बढ़ने से आस पास के जिलों में इन नदियों के पानी आने से बाढ़ की समस्याउत्पन्न हो गया हैं।इन नदियों के जल स्तर में लगातार उफान आने से बिहार के 11 जिले बाढ़ की चपेट में आ गये हैं।बाढ़ का पानी गावों में घुसने से लोगों के घर पानी में डुब गये हैं जिसके कारण लोगों अपने घरों को छोड़कर राष्ट्रीय राजमार्गों और ऊंचे तटबंधों पर शरण ले रहे हैं।
11 जिलों के 625 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित
अब तक सूबे के 11 जिलों में ‘जल सैलाब’ का तांडव देखने को मिल रहा है। बाढ़ की वजह से करीब 15 लाख की आबादी प्रभावित हुई है। अभी भी राज्य की प्रमुख नदियों में उफान जारी है। कई जगह पर ये खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। 11 जिलों के करीब 86 प्रखंडों की 625 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हुई हैं।
1,36,464 लोगों को बाढ़ से निकाला बाहर
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और बोट्स के माध्यम से 1,36,464 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से बाहर निकाला गया है। आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, प्रभावित इलाकों में 26 राहत शिविर खोले गए हैं, जहां 14,011 लोग रह रहे हैं। इसके अलावे बाढ प्रभावित इलाकों में कुल 463 सामुदायिक रसोई घर चलाए जा रहे हैं, जिसमें प्रतिदिन 1,77,065 लोग भोजन कर रहे हैं।