कहने को तो बिहार में शराब बंद हो चुका है। और सरकारी कागजों पर भी इसका प्रमाण मिल जाता है। सरकार भी बड़े-बड़े दावे करती हैं कि बिहार में कहीं भी किसी भी तरह की शराब नहीं मिलती है। अब सारे लोग शराब का सेवन छोड़ चुके हैं। पर हकीकत कुछ और सामने आता है।
आए दिन शराब से लदे ट्रक बरामद होते रहते हैं अभी कुछ दिन पहले मुजफ्फरपुर जिला के एस एस पी को शराब के कारोबार में संलिप्त पाए जाने के कारण ही बर्खास्त किया गया था। फिर भी सरकार अपने दावों को कमजोर नहीं होने देती।
इसी कड़ी में कल रात यानी बृहस्पतिवार देर रात मुजफ्फरपुर जिला के मीनापुर थाना क्षेत्र में एक शराब से भरा कंटेनर बरामद किया गया। हालांकि कंटेनर में सिर्फ शराब नहीं था। उस में नहाने की साबुन ले जाया जा रहा था। पर उसी साबून के गैप में शराब के भी कार्टून रखे हुए थे। वाहन का संदेह के दायरे में आते ही जब पुलिस छपरा के नजदीक वाहन की गहन तलाशी की। उस दौरान पाया गया कि उस कंटेनर में शराब की तकरीबन 300 पेटी थी।मीनापुर पुलिस के इंस्पेक्टर धनंजय कुमार ने इन सारी बातों की जानकारी दिया। जानकारी के मुताबिक शराब के कारोबारी ट्रक को वहीं छोड़कर मौके से फरार हो गए। अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह शराब किसका था?
जानकारी के मुताबिक यह बताया जा रहा है कि मुजफ्फरपुर शहर से प्रतिदिन तकरीबन दो से तीन ट्रक शराब गुजरता है। जिसमें से कभी कुछ पकड़ा जाता है। बाकी अपने गंतव्य स्थान पर सुरक्षित पहुंच जाता है और यह जितने सारे शराब होते हैं सारे हरियाणा में बने हुए शराब होते हैं।
सरकार के दावों को झुठला ने के लिए यह भी एक मामला सामने आ सकता है कि आजकल शराब की होम डिलीवरी होती है अगर जरूरत है तो आप फोन करके मंगा सकते हैं।