उत्तर प्रेदश के हाथरस जिले में दलित युवती को खेत में जबर्जस्ती ले जाकर सामूहिक गैंगरेप करने की घटना घटीत हुई।युवती से गैंगरेप की घटना आग की तरह फैल गई जिसके बाद दलित समाज के लोगों ने जिला मुख्यालय पहुंच कर प्रशसान के खिलाफ जमकर हंगामा किया और दोषियों को जल्द से जल्द गिफ्तार करने की मांग पर अड़े हुए थे।इस घटना के बाद विपक्ष से लेकर सेलिब्रिटी तक सब गुस्से में हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की हैं।
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिला के चंदपा थाना क्षेत्र की रहने वाली दलित युवती 14 दिसंबर को अपनी मां के साथ खेत पर पशुओं को चारा लेने के लिए खेत पर गई हुई थी कि मौका पार चार दरिंदों ने युवती को खेत से खींचकर एकांत में ले जाकर सामूहिक गैंगरेप किया।दरिंदों ने युवती से गैंगरेप करने के बाद उसके साथ लानलेवा हमला लिया जिसमें उसके जीफ को काट और रीड को तोड़ दिया। इस हमले में युवती गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे इलाज के लिए अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया जहां हालत और बिगड़ता देख उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया, जहां उसकी मौत हो गई। बता दें कि वारदात के बाद पीड़िता करीब एक सप्ताह तक बेहोश रही।उसके बाद सोमवार को उसकी तबियत ज्यादा खराब हो गई और मंगलवार तड़के एक ओर बेकूसर निर्भया ने हैवानियत के कारण दम तोड़ दिया।
गौरतलब है कि हाथरस के थाना चंदपा इलाके के गांव में 14 सितंबर को चार दबंग युवकों ने करीब 22 साल की दलित लड़की के साथ बाजरे के खेत में गैंगरेप किया था।
बता दें की इस घटना को अंजाम देने वाले चारों युवकों को पुलिस ने गिफ्तार कर लिया हैं।
दरिंदों को फांसी दिलाने की मांग
इस बीच पीड़िता के भाई ने कहा है कि दरिंदों को फांसी दिलानी है. जब तक इंसाफ नहीं मिलता है, तब तक हमें खतरा रहेगा. बसपा सुप्रीमो मायावती इस वारदात पर अपने ट्वीट के जरिये यूपी सरकार पर निशाना साधा चुकी हैं. योगी सरकार ने 10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है.
विपक्ष के निशाने पर योगी सरकार
दलित युवती की मौत ने योगी सरकार पर विपक्ष को निशाना साधने का मौका मिल गया है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, शिवसेना की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आम आदमी पार्टी (आप) नेता संजय सिंह, बसपा अध्यक्ष मायावती ने घटना की निंदा की और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की.