फिल्म इंडस्ट्री के लिए ये सप्ताह दुखद भरा माना जा रहा हैं।दो दिन में ही इंडस्ट्री ने दो दिग्गज अभिनेता को खो दिया हैं।बुधवार 29 अप्रैल को अभिनेता इरफान पठान का निधन हुआ वही गुरुवार 30 अप्रैल को अभिनेता ऋषि कपूर के गुजर जाने की खबर आई । दोनों अभिनेता ही कैंसर से जंग लड़ रहे थे. ऋषि कपूर बीते साल ही न्यूयॉर्क में इजाल करवाकर लौटे थे. वहीं इन दो दिग्गज सितारों को खोने का गम इंडस्ट्री शायद कभी ना भुला पाए. इन दोनों अभिनेताओं को दर्शक एक साथ फिल्म देख पाए थे.
डालते हैं एक नजर ऋषि कपूर के जिवनी पर
ऋषि कपूर(4 सितंबर 1952 – 30 अप्रैल 2020 हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता थे। ऋषि कपूर एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता, फ़िल्म निर्माता और निर्देशक थे। वह एक बाल कलाकार के रूप मे काम कर चुके है। उन्हें बाँबी फ़िल्म के लिए 1974 में सर्वश्रेष्ट अभिनेता के लिए फिल्मफेयर पुरस्ककारऔर साथ ही 2008 में फ़िल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार सहित अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चूका है। उन्होंने उनकी पहली फ़िल्म मेरा नाम जोकर में बाल कलाकार के रूप में शानदार भूमिका के लिए 1970 में राष्ट्री फिल्म पुरस्कार प्राप्त किया।
उन्होंने 1973 और 2000 के बीच 92 फिल्मों में रोमांटिक लीड के रूप में प्रमुख भूमिकाएँ निभाईं।दो दूनी चार में उनके प्रदर्शन के लिए, उन्हें 2011 का सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए फिल्मफेयर क्रिटिक्स पुरस्कार दिया गया, औरकपूर एण्ड सन्स में अपनी भूमिका के लिए, उन्होंने 2017 का सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार जीता। उन्हें 2008 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। वह 1973 से 1981 के बीच बारह फिल्मों में अपनी पत्नी नीतू सिंह (1980 में शादीशुदा) के साथ दिखाई दिए। 30 अप्रैल 2020 को बोन मेरो कैंसर की जटिलताओं के चलते 67 वर्ष की आयु में उनकी मृत्यु हो गई।