Valentine’s Day के अवसर पर इस ग़ज़ल को नही पढ़ा ,कुछ नही पढ़ा, ये ग़ज़ल Valentine’s Day…

घेर लिया तेरी चाहत ने इस कदर कि इससे बाहर निकलने को अब जी नहीं चाहता..... तेरे इश्क में इतने करीब अाकर  अब तुझसे दूर जाने को जी नहीं चाहता!!!!! तेरी पायलों की छन-छन  तेरी चूडीयों की खन-खन को सुने बिना अब चैन नहीं अाता अब तुझसे दूर…

माँ की याद मे कविता : माँ, तेरी याद आती है

माँ एक ऐसा शब्द है जिसको परिभाषित करने का काम काफी लोगों किया लेकिन किसी ने माँ को परिभाषित नहीं कर पाया क्योंकि माँ के बारे में जितना कहा जाए उतना ही कम है. हम सभी लोग मां से काफी प्यार करते हैं हम लोगों को मैं हमेशा याद आती है नाम दूर…