बिहार चुनाव 2025: फिर हावी बाहुबलियों की सियासत, आरजेडी ने सबसे ज्यादा 9 दबंग उम्मीदवार उतारे

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए दोनों चरणों का नामांकन पूरा हो चुका है। इस बार भी राज्य की राजनीति में जातीय समीकरण और बाहुबल का जोर साफ दिख रहा है। एनडीए और महागठबंधन दोनों ने टिकट वितरण में जाति संतुलन साधते हुए कई बाहुबली नेताओं और उनके परिजनों को मैदान में उतारा है।

महागठबंधन की प्रमुख पार्टी आरजेडी ने इस चुनाव में सबसे ज्यादा 9 बाहुबली नेताओं को टिकट दिया है, जबकि जेडीयू ने 7बीजेपी ने 4, और एलजेपी (रामविलास) ने 2 बाहुबलियों पर भरोसा जताया है। यानी इस बार भी कई सीटों पर सियासत के साथ-साथ साख और विरासत की लड़ाई देखने को मिलेगी।

मोकामा में अनंत सिंह बनाम वीणा देवी — दो दबंगों की टक्कर

मोकामा विधानसभा सीट पर हमेशा की तरह इस बार भी बाहुबलियों की भिड़ंत है। जेडीयू ने यहां से ‘छोटे सरकार’ के नाम से मशहूर अनंत सिंह को उम्मीदवार बनाया है। उनके सामने आरजेडी ने सूरजभान सिंह की पत्नी और मुंगेर की पूर्व सांसद वीणा देवी को उतारा है। दोनों ही भूमिहार समुदाय से आते हैं और इस क्षेत्र में अपना गहरा जनाधार रखते हैं। मोकामा की लड़ाई इस बार बेहद रोमांचक मानी जा रही है।

आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद को जेडीयू का टिकट

दरभंगा की सियासत में असर रखने वाले बाहुबली राजपूत नेता आनंद मोहन सिंह की विरासत अब उनके बेटे चेतन आनंद संभालेंगे। जेडीयू ने उन्हें नवीनगर सीट से टिकट दिया है। आनंद मोहन, कलेक्टर कृष्णैय्या हत्याकांड में 15 साल सजा काट चुके हैं और जेल से रिहा होने के बाद से लगातार राजनीति में सक्रिय हैं। पिछले चुनाव में चेतन आनंद आरजेडी के टिकट पर शिवहर से विधायक चुने गए थे।

सारण के एकमा में धूमल सिंह की एंट्री

सारण जिले की एकमा सीट से जेडीयू ने बाहुबली मनोरंजन सिंह उर्फ़ धूमल सिंह को उम्मीदवार बनाया है। पिछले चुनाव में उनकी पत्नी सीता देवी यहां से हार गई थीं। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार से करीबी रिश्ते के चलते धूमल सिंह को इस बार टिकट मिला है।

भोजपुर में ‘पांडे बनाम पांडे’ मुकाबला

भोजपुर जिले की दो विधानसभा सीटों पर पांडे परिवार का दबदबा देखने को मिलेगा। तरारी सीट से बीजेपी ने पूर्व विधायक सुनील पांडे के बेटे प्रशांत पांडे को टिकट दिया है, जबकि ब्रह्मपुर सीट से उनके भाई हुलास पांडे एलजेपी (आर) के उम्मीदवार हैं। यह पूरा इलाका भूमिहार वोट बैंक का गढ़ माना जाता है।

दानापुर और रघुनाथपुर से आरजेडी के बाहुबली दांव

आरजेडी ने दानापुर सीट से बाहुबली विधायक रीतलाल यादव लोहिया पर फिर भरोसा जताया है, जो फिलहाल जेल में हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने बीजेपी के रामकृपाल यादव को हराया था। वहीं, सिवान जिले की रघुनाथपुर सीट से आरजेडी ने दिवंगत बाहुबली नेता शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब को मैदान में उतारा है। यह उनका पहला चुनाव है। शहाबुद्दीन की पत्नी हीना शहाब तीन बार चुनाव लड़ चुकी हैं लेकिन जीत नहीं सकीं।

फिर दोहराया गया पुराना पैटर्न

बिहार की चुनावी राजनीति में इस बार भी जाति और बाहुबल दो प्रमुख समीकरण बने हुए हैं। चाहे एनडीए हो या महागठबंधन, सभी दलों ने अपनी-अपनी सियासी मजबूती के लिए बाहुबली उम्मीदवारों पर दांव लगाया है। अब देखना यह होगा कि जनता इस दबंग राजनीति को दोहराती है या बदलाव का संकेत देती है।