कोरोना वायरस पूरी दुनिया में खतर नाक महामारी का रुप ले चुका हैं।चीन के वुहान शहर से शुरु हुआ ये वायरस अबतक 200 देशों में फैल चुका हैं।भारत भी इसकी चपेट में आ चुका है और देश में लगातार केस बढ़ रहे हैं।इसे रोकने के लिए सरकार ने लाँकडाउन ले रखा हैं। जरुरी और आपात सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद हैं। फिर भी कई राज्य ऐसे है जहां कोरोना के केस बढ़ रहे हैं।
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भारत में बढ़ते कोरोना वायरस को रोकने में डाँक्टर के साथ-साथ पुलिसकर्मी भी दिन-रात अपनी सेवायें दे रहे हैं।डाँक्टर के उपर कोरोना संक्रमितों का इलाज करने की जिम्मेदारी है तो पुलिसकर्मियों पर लाँकडाउन का पालन करवाने का जिससे कोरोना के जंग को जिता जा सके।इस जिम्मेदारी में महिला पुलिस कर्मी भी बचढ़कर अपनी सेवाए दे रही हैं उन्हें घर के साथ वर्दी की जिम्मेदारी भी निभानी पड़ रही हैं। एक ऐसी ही महिला पुलिसकर्मी की कहानी बिहार में सामने आई है जो, इस कोरोना महामारी के दौर में ड्यूटी के साथ-साथ मां का फर्ज भी निभा रही है. जिनकी प्रशंसा बिहार पुलिस के GDP ने भी की हैं।
बिहार के सासाराम जिले के मुख्य चौराहे पर ड्युटी करने वाली पूजा कुमारी बिहार पुलिस में सिपाही हैं।जो अपने 11माह लड़के के साथ प्रतिदिन ड्यूटी देती हैं।बच्चा ड्यूटी के समय उनके साथ रहता हैं पूजा कुमारी दोनों को बखुबी निभा रही हैं। पूजा कहती हैं कि प्रतिदिन सड़कों पर 12 घंटे की ड्यूटी उनकी लगती है. इस दौरान छोटा बच्चा घर में बिलख जाता है. इसलिए उसे लेकर ही वे ड्यूटी पर आती हैं. ऐसे में बच्चे को गोद में लेकर ड्यूटी करनी पड़ती है. उनका कहना है कि उससे परेशानी तो है, लेकिन मां की ममता है कि बच्चे को छोड़ नहीं सकती.
गुप्तेश्वर पांडेय ने पूजा कुमारी की हौसला अफ़जाई की है
वहीं, बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने पूजा कुमारी की हौसला अफ़जाई की है. उन्होंने रोहतास में पदस्थापित महिला सिपाही पूजा को फोन कर हौसला अफजाई की है. DGP ने अनुरोध किया है कि बच्चे को लेकर डियूटी न करो. वहीं, पूजा ने कहा कि घर में कोई सदस्य नहीं था, इसलिए बच्चे को संग लेकर ड्यूटी कर रही थी.