Bihar Voter List Purified After 22 Years: EC का बड़ा दावा, 17 नई चुनावी सुधार पहलें

पटना, 6 अक्टूबर 2025 (सोमवार): बिहार में 22 साल बाद वोटर लिस्ट की Special Intensive Revision (SIR) पूरी कर ली गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ग्यानेश कुमार ने दावा किया कि सूची को “purified” किया गया है—यानी डुप्लिकेशन व त्रुटियाँ हटाई गईं। साथ ही 17 नई सुधार पहलें पेश की गईं, जिन्हें आगे चलकर ऑल-इंडिया मॉडल बनाकर लागू किया जाएगा। विपक्ष के “घुसपैठियों” जैसे आरोपों पर CEC ने कोई टिप्पणी नहीं की।

22 साल बाद व्यापक रिविज़न: पिछला बड़ा रिविज़न 2003 में हुआ था; इस बार SIR के जरिए सूचियों की बड़े पैमाने पर छँटाई/अपडेट हुई।
फाइनल रोल प्रकाशित: 30 सितम्बर 2025 को संशोधित अंतिम मतदाता सूची जारी—ECI की वेबसाइट पर उपलब्ध।
बड़े पैमाने पर बदलाव: SIR के दौरान लगभग 68 लाख नाम हटे; दावों/आपत्तियों के बाद ~21 लाख नाम फिर जोड़े गए—अंतिम रोल ~7.4 करोड़
भागीदारी/औचित्य पर EC का पक्ष: पोस्ट-इलेक्शन रिविज़न “उचित नहीं”, और “शुद्ध चुनावी सूची लोकतंत्र के लिए अनिवार्य”।

बिहार में 22 साल बाद वोटर लिस्ट ‘प्युरिफाई’—EC की 17 नई सुधार पहलें अब नेशनल मॉडल बनेंगी;

विपक्षी आरोपों पर CEC मौन।