राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड की 11वीं बैठक आयोजिक की गई।जिसमें कई फैसलें लिये गये।इस फैसले में मुख्यमंत्री ने अलग से वाइल्ड लाइफ डिविजन का कैडर बनाने और वनरक्षक भर्ती में स्थानीय युवकों को प्राथमिकता देने के लिए भर्ती नियमों में बदलाव करने के निर्देश दिये।वनरक्षक भर्ती में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता मिलने से टाइगर रिजर्व और अभयारण्यों के आसपास के गांवों के युवाओं को रोजगार के ज्यादा अवसर मिल सकेंगे. इस प्रावधान से अब राजस्थान के मूल निवासी स्थानीय युवाओं को वनरक्षक भर्ती में ज्यादा नौकरियां मिल सकेंगी।
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बैठक में सीएम ने कहा कि टाइगर रिजर्व में आने वाले पर्यटकों से लिये जाने वाले इकों डवलपमेंट सरचार्ज राशि को टाइगर रिजर्व एवं उसके आस-पास के गांवों के विकास पर खर्च करने की बात कही।उन्होंने आगे कहा कि स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड की बैठक कम से कम दो बार आयोजित किये जाने का सुझाव दिया ताकि विशेषज्ञों से मिले सुझाव के आधार पर वनों के विकास ,वन्य जीव संरक्षण के लिए उचित कदम उठाया जा सके। सीएम ने तीनों बाघ परियोजनाओं के प्रबंधन और मॉनिटरिंग व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश भी दिए। पिछले साल सांभर झील में प्रवासी पक्षियों की मृत्यु पर चिंता जताते हुए स्टेट वाइल्ड लाइफ ऑथोरिटी को योजनाबद्ध तरीके से ठोस कदम उठाने को भी कहा है।