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बिहार में कोरोना संक्रमण विस्फोट होने लगा हैं एक दिन में जिस गति से कोरोना पाँजिटिव केस आ रहे हैं उससे अनुमान लगाया जा रहा हैं कि बिहार में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की कोई सुनियोजित कार्य नियम नहीं होने का पता चलता हैं।यदि सरकार कोरोना वायरस संक्रमण की बढ़ती गति को नियंत्रण नहीं किया तो वह दिन दूर नहीं जब मरीजों को भर्ती करने और कोरोना से हुई मौतों को समालने में सरकार के हाथ पांव फुलने लगेंगे।वक्त रहते हुए सरकार यदि कोरोना वायरस संक्रमण को प्रभावि तरीक से रोकने के लिए कोई ठोस उपाय उठाती हैं तो इस वैश्विक महामारी को आगे बढ़ने से रोका जा सकता हैं।
बिहार में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. गुरुवार को राजधानी पटना में सिविल कोर्ट के जज हरिश्चंद्र श्रीवास्तव की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक सिविल कोर्ट स्थित फैमिली कोर्ट के प्रिंसिपल जज हरिश्चंद्र श्रीवास्तव की तबीयत 2 दिन पहले बिगड़ी थी, जिसके बाद उन्हें पटना एम्स में भर्ती कराया गया था. लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका और गुरुवार शाम को उन्होंने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया. बिहार में कोरोना की वजह से किसी जज की मौत का यह पहला मामला है.
बता दें कि बिहार में अब तक कोरोना की वजह से 350 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं कोरोना मामलों की बात करें तो अब तक प्रदेश में 68 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. हालांकि 43 हजार से अधिक कोरोना मरीज ठीक होकर घर वापस भी लौटे हैं. गुरुवार को भी अलग-अलग जिलों से कोरोना वायरस के 3000 से अधिक केस सामने आए हैं. सिर्फ राजधानी पटना में 600 के करीब कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई है.