देश में कोरोना वैश्विक महामारी से 6 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं और 17 हजार के करीब जाने जा चुकी हैं।इस महामारी की दवा और वैक्सीन पर दुनिया के वैज्ञानिक और दवा निर्माता कंपनिया काम कर रही हैं लेकिन अभी तक किसी खास मुकाम पर पहुंचने में सफलता नहीं मिल पाई हैं।लेकिन इस दिशा में प्रयास जारी हैं।
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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना इलाज में प्लाज्मा थैरेपी को महत्वपूर्ण मानते हुए इसकी उपयोगिता पर प्रेस कांफेंस के माध्यम से बता चुके हैं क्योंकि कोरोना पाँजिटिव मरीजों पर प्लाज्मा थैरेपी का बहुत सकारात्मक प्रभाव देखा गया और मरीज ठीक भी हो रहे थे।इस अनुभव के आधार पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को दिल्ली में देश का पहला प्लाज्मा बैंक का वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उदघाटन किया।जिसका संचालन ILBS अस्पताल को दिया गया हैं। अस्पताल प्रबंधक का कहना हैं कि जो व्यक्ति कोरोना से ठीक हुए 14 दिन हो गये हो और डोनर खुद को पूरी तरह से स्वस्थ अनुभव कर रहा हो वह अपना प्लाज्मा डोनेट कर सकता हैं।
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ये लोग प्लाज्मा डोनर हो सकते हैं
1. कोरोना पॉजिटिव हुए हों
2. अब निगेटिव हो गए हों
3. ठीक हुए 14 दिन हो गए हों
4. स्वस्थ महसूस कर रहे हों और प्लाज्मा डोनेट करने के लिए उत्साहित हों
5. उम्र 18 से 60 वर्ष के बीच हों
ये नहीं हो सकते प्लाज्मा डोनर
1. जिनका वजन 50 किलो से कम है
2. महिला जो कभी भी प्रेग्नेंट रही हो या अभी हों
3. डायबिटीज के मरीज जो इंसुलिन ले रहे हो
4. ब्लड प्रेशर 140 से ज्यादा हो
5. ऐसे मरीज जिनको बेकाबू डायबिटीज हो या हाइपरटेंशन हो
6. कैंसर से ठीक हुए व्यक्ति
7. जिन लोगों को गुर्दे/ह्रदय/ फेफड़े या लीवर की पुरानी बीमारी हो
प्लाज्मा दान करने की अपील
हाल ही में सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में कोरोना संक्रमण के इलाज के बाद ठीक हो चुके मरीजों और आम लोगों से प्लाज्मा दान करने की अपील की. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सभी लोगों का आगे आना जरूरी है. केजरीवाल ने कई अस्पतालों में मरीजों को प्लाज्मा दिए जाने का उदाहरण देते हुए कहा कि इस काम में सबको भागीदारी निभानी होगी.