मध्यप्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ बना नया राज्य के पहले मुख्यमंत्री अजीत योगी का आज शुक्रवार को 74 वर्ष की आयु में दोपहर को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।बीते 9 मई को दिल का दौरा पड़ने पर उन्हे रायपुर के श्री नारायण अस्पताल में भर्ती किया गया था लेकिन शुक्रवार को दिन में दो बार दिल का दौरा पड़ा जिससे उनका निधन हो गया। अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी ने ट्विटर पर पूर्व सीएम की मौत की खबर की पुष्टि की। उन्होंने यह भी बताया कि अंतिम संस्कार शनिवार को अजीत जोगी के जन्मस्थान गोरैला में होगा।
गांधी परिवार के नजीद और कांग्रेस पार्टी में तेजतरार्र नेता की छवि थी
अजीत योगी की गिनती कांग्रेस के अंदर तेज तरार्र नेता के रुप में मानी जाती थी इस लिए उन्हे गांधी परिवार के करीबी माना जाता था। राजीव गांधी के मृत्यु के बाद सोनिया गांधी का भाषण अजीत योगी खुद तैयार करते थे।इससे अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि वे गांधी परिवार के कितने नजदीक थे।यही वजह था कि छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद योगी को ही वहा का मुख्यमंत्री बनाया गया। अपने अंतिम समय में जेसीसी-जे पार्टी से जुड़े थे। उन्होंने खुद ही इस पार्टी का गठन किया था। हालांकि, इससे पहले उन्होंने कांग्रेस में लंबी पारी खेली। आईएएस की नौकरी छोड़ राजनीति में आए जोगी राज्य विधानसभा, लोकसभा, राज्यसभा और केंद्रीय कैबिनेट के सदस्य रहे। वे नवंबर 2000 से नवंबर 2003 तक छत्तीसगढ़ के गठन के बाद राज्य के पहले मुख्यमंत्री रहे।