लद्दाख बाँर्डर पर गलवान घाटी में चीनी सेना द्बारा किया गया अचानक हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गये उन जवानों को श्रद्धांजलि देते हुआ फ्रांस के रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले ने भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को एक पत्र लिखा जिसमें चीनी सेना द्वारा किये गये हिंसक झड़प में शहीद हुए भारतीय का जिक्र करते हुआ कहा की इस मुश्किल घंड़ी में हम भारत के साथ हैं।इस पत्र में उन्होंने कहा कि हम फ्रांसीसी सेना की तरफ से अपको समर्थन देते हैं। इसके अलावा उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से जल्द भारत में मुलाकात की बात कही, जिसमें मौजूदा चर्चाओं को आगे बढ़ाया जा सकेगा.
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फ्रांस भारत का रक्षा सहयोगि और मित्र देश हैं ये भारत की रक्षा जरुरतों को पुरा करने में अहम योगदान करता हैं।गत वर्ष भारत और फ्रांस के बीच राफेल विमान की एक बहुत बड़ी डिल दोनों देशों के बीच हुई जिसमें कुछ राफेल विमान तो भारत को पहले ही मिल चुके हैं और चार राफेल विमान इसी माह देने थे लेकिन कोरोना संकट की वजह से लेट हुआ हैं जिसकी पूर्ती जूलाई के अंत मे करने की बात कही गई हैं। इन विमानों को अंबाला एयरबेस के पास तैनात किया जाएगा, ताकि उत्तरी फ्रंट पर जरूरत पड़ने पर तुरंत इनका इस्तेमाल किया जा सके. मौजूदा दौर में लद्दाख बॉर्डर पर चीन के साथ जिस तरह के हालात हैं उस हिसाब से भारत को राफेल मिलना काफी फायदेमंद हो सकता है.
आपको बता दें कि चीन से जारी विवाद में फ्रांस भारत का एक अहम साथी बनकर आया है. क्योंकि कोरोना संकट की वजह से जिन राफेल लड़ाकू विमान की डिलीवरी पर ब्रेक लग गया था, अब फ्रांस ने उन्हें जल्द से जल्द डिलीवर करने को कहा है।फ्रांस की रक्षा मंत्री से पहले कई और देशों के प्रमुखों और बड़े नेताओं ने चीन विवाद पर भारत का साथ दिया है. आज ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस मसले पर अमेरिकी रक्षा सचिव से फोन पर बात करेंगे और ताजा हालात पर मंथन होगा.