देश में कोरोना का कहर जारी हैं इसी बीच ICMR ने एक रिपोर्ट जारी कर कहा हैं कि भारत में कम्यूनिटी ट्रामिशन की शुरुआत अभी नहीं हुई हैं।वही स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा हैं कि देश में कोरोना से संक्रमित लोगों की रिकवरी रेट 50 प्रतिशत से ज्यादा हैं। ICMR के डीजी बलराम भार्गव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रति लाख के हिसाब से हमारे देश में केस कम हैं. बाकी देशों के मुकाबले भारत में मृत्यु दर भी कम है. हमने 83 जिलों में सर्वे किया और पाया कि लॉकडाउन कामयाब रहा. लॉकडाउन से कोरोना को कंट्रोल में किया गया. हालांकि सभी को मास्क लगाना, हाथ धोना और सोशल डिस्टैंसिंग बनाए रखना जरूरी है. बुजुर्ग, महिलाएं और छोटे बच्चों के लिए जोखिम काफी ज्यादा है.
आईसीएमआर के मुताबिक, शहरों में गांवों की तुलना में ज्यादा मामले पाए जा रहे हैं. ये सर्वे 24 हजार लोगों पर किया गया था.देशभर के कई जिलों में अप्रैल के अंत की स्थिति को लेकर यह सर्वे कराया गया. इसके परिणाम के मुताबिक देश की एक फीसदी से भी कम आबादी इससे प्रभावित हुई है.
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भारत में अब अमेरिका, ब्राजील और रूस के बाद कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं. वैश्विक स्तर पर भारत चौथा देश है, जहां पर कोरोना वायरस के मामले सबसे ज्यादा हैं. लेकिन भारत में जिन पांच राज्यों में कोरोना के सबसे ज्यादा केस हैं, उनमें से चार की जांच में गिरावट दर्ज की गई है.
भारत के पांच राज्य कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं, जिनमें महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु, गुजरात और पश्चिम बंगाल शामिल हैं. भारत में कुल एक्टिव केस का दो तिहाई इन्हीं पांच राज्यों में हैं. यह संख्या मौतों और ठीक हो चुके मरीजों की संख्या के अलावा है. पूरे भारत में कुल एक्टिव केस एक लाख 33 हजार 632 हैं और इनमें से एक तिहाई अकेले महाराष्ट्र में हैं.