देश में कोरोना महामारी से बचने के लिए लाँकडाउन किया गया ताकि कोरोना वायरस संक्रमण से देश की जनता को बचाया जाए।इस लाँकडाउन के दौरान सभी कार्यों पर प्रतिबंध लगने के साथ लोगों को घरों से बाहर निकलने से मना किया गया।और जो जहां हैं वही रहने के लिए कहा गया। इस घोषणा से लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में फंस गये।कुछ दिनों तक रहने से बाद उनके के सामने खाने पीने की समस्या पैदा होने लगी। खाने पीने की समस्य़ा से परेशान गरीब मजदूर अपने घर जाने के लिए सरकार से अपील करते हुए सड़कों पर पैदल ही जाने के लिए सड़कों पर निकलने गल गया।प्रवासी मजदूरों की इस समस्या से परेशान होकर केंद्र सरकार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन चल लाई।जिससे फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाया जाए।कई राज्य सरकारें तो अपने राज्य को मजदूरों को लाने के लिए बसों का इंतजाम किया।
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ट्रेनों, बसों और पैलद जा रहे मजदूरों के सामने खाने पीने की समस्या से परेशान होते हुए देख कर भारत के तेज और पेशर गेंदबाज मोहम्मद शमी ने अपने गृह जिले उत्तर प्रदेश के अमरोहा में बसों मे जा रहें प्रवासी मजदूरों को भोजन के पैसट और मास्क का वितरण करते हुए नजर आ रहे हैं।मोहम्मद शमी मजदूरों के खान -पीने के लिए अपने घर से सामने ही खाना और पीना वितरण केंद्र बनाया हैं। प्रवासी मजदूरों की इस तरह मदद करते हुए देखकर बीसीसीआई ने लिखा ,‘‘ कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मोहम्मद शमी गरीबों की मदद के लिये आगे आये । उन्होंने उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग 24 पर लोगों को खाने के पैकेट और मास्क बांटे ।