कोरोना महामारी से लड़ रहा अमेरिका इस समय बहुत बड़ा संकट में फंसा हुआ हैं क्योंकि कोरोना वायरस संक्रमण दुनिया में कही भी सबसे ज्याा हैं तो वह हैं अमेरिका में जहां इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या 1 लाख से अधिक हैं जबकि 17 लाख लोग संक्रमित बताये जा रहे हैं।
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कोरोना महामारी के इस संकट में अमेरिका के सामने एक और संकट खड़ा हो गया हैं कि वहा एक अश्वेत अमेरिकी नागरिक जाँर्ज फ्लाँयड की पुलिस हाथों से निर्म्म हत्या किये जाने पर वहा के नागरिकों ने प्रसाशन और सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्श कर रहे हैं।प्रदर्शनकारी इस तरह की मौत को लेकर भारी हंगामे के साथ व्हाइट हाउस के बाहर उथल-पुथल मचा रखे हैं। प्रदर्शन कारियों नें निजी वह सरकारी संपत्तियों के गुकसान पहुंचाने के साथ सरकारी बसों में तोड़ फोड़ और लुटपाट करते हुए नजर आ रहे थे। प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले छोड़े लेकिन प्रदर्शन अपनी जगह छोड़ने के तैयार नहीं हैं।
इस तरह का प्रदर्शन न्यूयॉर्क में भी हुआ है. प्रदर्शनकारियों ने न्यूयॉर्क सिटी के मशहूर टाइम्स स्क्वेयर पर भी प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों की भीड़ को देखते हुए शहर में रात 11 से लेकर सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया गया है.
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पुलिस के हाथों गर्जन दबाकर मारने से लोगों में गुस्सा
25 मई के मिनेसोटा में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत हुई थी. महज 20 डॉलर के जाली नोट चलाने के आरोप में जॉर्ज को पकड़ा गया था और एक पुलिस वाले ने उसे जमीन पर गिराकर उसकी गर्दन को पांव से तब तक दबाए रखा जब तक उसकी मौत नहीं हो गई.
इसी घटना से अमेरिका में भारी उबाल है. ना सिर्फ अश्वेत समुदाय के लोग बल्कि श्वेत भी इसे लेकर सड़कों पर हैं. इस बीच, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जो लोग दूसरों की जिंदगी खतरे में डालेंगे उनसे सख्ती से निपटा जाएगा.