बिहार में अब एक और नया घोटाला नितीश सरकार के नाम आया है. जिसके बाद नीतीश सरकार के मंत्री ने तुरंत जांच करने के आदेश दे दिए है. मालूम हो कि यह घोटाला लखीसराय से उजागर हुआ है, जो डस्टबिन खरीद से जुड़ा हुआ है. लखीसराय नगर परिषद में डस्टबिन खरीद में भ्रष्टाचार मामले पर निगरानी जांच शुरू हो गई है. आपको बता दे की घोटाले की राशि करोड़ों में है.
इस मामले में नगर आयुक्त ने कुबूल किया है की डस्टबिन खरीदी में घोटाला हुआ है. सदन में उठे प्लास्टिक डस्टबिन घोटाला मामले को बेहद गंभीरता से लिया गया है. इस मामले का आम जनता हरिओम ने उठाया था. वह बैठक के दौरान नमूने के तौर पर एक डस्टबिन लेकर वहां पहुंचे थे. उन्होंने कहा था कि डस्टबिनों के वितरण होने से पहले ही उनकी शक्ल बिगड़ गई है. इन डस्टबिनों में घटिया किस्म की प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है. बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि इस घोटाले की जांच के लिए बनी कमेटी ने उन्हें रिपोर्ट सौंप दी है. एक डस्टबिन की कीमत लगवाने सहित चार हजार नौ सौ रुपये आई है. अब इसी कीमत से ठेकेदार को भुगतान किया जाएगा.
घोटाला किसी भी प्रकार का हो देश के लिए सरकार के लिए बहुत ही नुकसानदेह होता है तो सरकार को सोचना चाहिए घोटाला देश को बर्बाद कर देता है इससे सरकार को काफी नुकसान झेलना आता है सरकार को चाहिए कि घोटाला करने वालों को जेल में डालें
जिला प्रशासन ने नगर परिषद के डस्टबिन घोटाले को उजागर किया है. गौरतलब हो कि केंद्र सरकार की ओर से शहर में डस्टबिन लगाने के लिए दो करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई थी. मामले में घोटाला उजगार होने के बाद सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है. श्रम संसाधन के मुताबिक इसमें जो भी दोषी होंगे उनपर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
Reported By: Pankaj Singh