भारत के विभिन्न राज्यों मे जिस तेजी से कोरोना कोविड-19 फैल रहा है उसको फैलने से रोकने और कोरोना से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए डांक्टर,मेडिकल स्टाफ और पेरामेडिकल स्टाफ दिन-रात अपस्पतालों में सेवायें दे रहे हैं।कोरोना कोविड-19 एक ऐसा वायरस हैं जिसकी चपेट में आने के बाद बचना बहुत मुश्किल माना जाता हैं। इस जानलेवा महामारी से संक्रमित मरीजों की जान बचाने के लिए खुद की जान को जोखिम में डालकर डाँक्टर कोरोना के जंग को जीतने का भरकस प्रयत्न कर रहे हैं।संकट के ऐसे समय में उनपर किसी तरह की टिप्पणी करना, थुकना और उनके साथ मारपीट करना निंदनीय कार्य हैं।हम सभी को इस समय उनके हौसले को बढ़ाना चाहिए जिससे वह बिना किसी डरे और भयभीत हुए कोरोना के जंग को जीतने में कामयाब हो सके
गौरतलब है कि संकट के इस महाकाल में कुछ लोग ऐसे भी है जो डाँक्टरों के साथ मार-पीट करने के साथ गंदी- भद्दी टिप्पणी करते हुए अभी हालहि में देखने को मिला हैं राजधानी के गौतम नगर इलाके में सफदरगंज अस्पताल के दो महिला डाँक्टरों के साथ झुठी कोरोना फैलाने का आरोप लगाकर बदसलूकी और मारपीट करने का मामला सामने आया हैं।महिला डांक्टरों पर महला और मार-पीट करने वाले शख्स को पुलिस तुरंत कार्रवाई करते हुए गिरफतार कर दिया हैं।दिल्ली के स्वास्थ मंत्र सत्येंद्र जैन ने कहा हैं कि यदि कोई भी व्यक्ति डाँक्टरों पर किसी तरह का हमला या बदसलूकी करता हैं तो उसको सक्त से सक्त सजा दिलाय जाएगा।यह टिप्पणी उस समय किया जब सफदरगंद महिला डाँक्टरों पर हमहा हुआ।
सत्येंद्र जैन ने आगे बताया कि सफदरजंग की दो महिला चिकित्सकों के साथ की गई मारपीट की घटना की निंदा करते हुए कहा कि आरोपी को सख्त से सख्त सजा दिलवाने की कार्रवाई की जाएगी और जो भी कानूनी विकल्प होंगे उसके हिसाब से आगे मामला देखा जाएगा.
सफदरजंग हॉस्पिटल रेसिडेंट डॉक्टर्स ऐसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ मनीष ने इस वारदात की निंदा करते हुए कहा था कि महिला डॉक्टरों के साथ ऐसा क्यों किया गया, जबकि वे सिर्फ अपने घर का कुछ जरूरी सामान खरीदने गई थीं. उन्होंने आरोपी पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.