उच्चतम न्यायालय ने चमकी बुखार को लेकर बिहार सरकार को लगाई फटकार

सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एक हलफनामे पर सुनवाई करते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने काफी गहन विचार किया।और  बिहार सरकार से चमकी बुखार के ऊपर 7 दिनों में रिपोर्ट दाखिल करने को कहा। चूकि मामला सी जे आई के पास जा चुका है, इस वजह से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन और बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ मंगल पांडे के लिए मुश्किलें बढ़ सकती है। मुजफ्फरपुर शहर की है सीजेएम के पास दाखिल एक हलफनामे मे शहर के स्थानीय लोगों ने यह आरोप लगाया है कि जब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री जब एस के एम सी एच परिसर में मरीजों से मिलने आए तो उन्होंने इसके बचाव का कोई पहल नहीं किया।

इससे पहले डॉ हर्षवर्धन ने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी इस मामले पर पूरी तरह नजर बनाए हुए हैं। वह संबंधित अधिकारियों से सारी जांच के रिपोर्ट ले रहे हैं। सोमवार को जब सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में रिपोर्ट दाखिल करने को बिहार सरकार को ऑर्डर दिया जा रहा है। इससे अब से मरने वाले बच्चों की संख्या में काफी कमी आएगी।

इससे पहले मुजफ्फरपुर शहर के विभिन्न संस्थानों द्वारा एसकेएमसीएच हॉस्पिटल में राहत कार्य किए जा रहे हैं। जिसमें मरीजो को ओ आर एस, ग्लूकोज और फिर बहुत सारे राहत सामग्री उपलब्ध कराया जा रहे हैं। इंडियन आयल के पहल पर अस्पताल परिसर में  Indian Oil द्वारा शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई है। मुजफ्फरपुर ड्रग  एसोसिएशन द्वारा ठहरने की व्यवस्था की गई है। जिसमें मरीजों के परिजन रह सकेंगे।  मुजफ्फरपुर क्षेत्र के बहुत सारे संगठनों ने इस बीमारी के राहत कार्य में विभिन्न तरह के योगदान दिया है। इससे पहले  शहर के विभिन्न ट्रस्ट और  धनाढ्य लोगों ने भी काफी ज्यादा  पहल की मदद करने की। और इन सारी व्यवस्थाओं के कारण ही  आज  कुछ दिनों में  इस बीमारी से मुजफ्फरपुर शहर को निजात मिल जाएगी।

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