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प्रधानमंत्री मोदी रात के वक्त होटेल में सोकर बिताने की जगह उस दौरान हवाई यात्रा करते हैं ताकि समय की बचत हो सके। प्रधानमंत्री के चेक-इन बैग भी इन दिनों एयर इंडिया के विमान से बाहर नहीं आ रहे क्यूंकि उड़ान के दौरान वे अपनी नींद भी पूरी करते हैं।
इसका उदाहरण बनी बेल्जियम, यूएस और सउदी अरब की 30 मार्च से दो अप्रैल की उनकी यात्रा। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने एयर इंडिया के विमान में यात्रा के लिए तीन रात का चयन किया। ताकि यात्रा के समय का प्रयोग नींद के लिए किया जा सके इसलिए प्रधानमंत्री ने खुद यह निर्देश दिया है कि रात के समय जब कोई काम नहीं हो सकता तो होटल में रुकना बेकार है।
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री सिर्फ दो दिन होटेल में रुके थे। महज 97 घंटे में प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका समेत कई देशों की यात्रा की, यह किसी के लिए भी अविश्वसनीय लगने वाला है। यह ट्रिप कभी भी पूरा नहीं हो सकता था, यदि मोदी समय का उपयोग इस तरह नहीं करते। यदि यात्रा के घंटों का इस तरह प्रयोग नहीं होता तो इस दौरे के लिए कम से कम छह दिन चाहिए थे।
वहीं एक अंग्रेजी अख़बार की रिपोर्ट अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की विदेश यात्रा अपेक्षाकृत लंबी होती थीं और ज्यादातर वह एक शहर तक ही सीमित रहती थीं। रात में सफर बहुत कम ही करते थे। लेकिन प्रधानमन्त्री मोदी की विदेश यात्राएं कम दिनों की होती हैं।
अपने पहले दो साल के कार्यकाल में मोदी 95 दिन विदेश यात्राओं पर रहे हैं। इसी अवधि में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने महज 72 दिन ही विदेश में बिताए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने अब तक के कार्यकाल में 40 देशों की यात्रा 20 विदेश दौरे पर की हैं। वहीं इतने ही समय में यूपीए एक के कार्यकाल में मनमोहन सिंह ने 15 विदेश दौरों में 18 देशों की यात्रा की थी। यूपीए दो में बतौर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दो साल में 17 विदेशी दौरों में 24 देशों की यात्रा की थी।