तबरेज का ये फर्स्ट एड के बाद की तस्वीर है। और मीडिया के मुताबिक लिंचिंग हुआ।
इस दिन के बाद इसकी मृत्यु 4 दिन बाद होती है।
इधर जो पिटाई का वीडियो बनता है वो वायरल हो जाता है। और वायरल वीडियो के वायरल होने तक ये जिंदा ही रहता है। मतलब कहीं कोई टेंशन ही नहीं। कोई इशू ही नहीं। लेकिन ये इशू तब बनता है जब ये इंतकाल कर जाता है। और पूरा भूचाल आ जाता है।
मेरे कुछ शक हैं…
1. वीडियो ऐसे लोगों के पास पहुँची हो जो इसको इशू बनाना चाहते हो। क्योंकि नवम्बर दिसम्बर में झारखंड में चुनाव होने है। वीडियो में आपत्तिजनक सिर्फ ये था कि इनसे जय श्री राम का नारा लगवाया जा रहा था। मतलब कि अगर ये सच में मर गया तो इसका हम कैसे फायदा उठा सकते हैं ?? मतलब कि ईट्स अ प्लांड मर्डर।
2. और जब ये प्लान एग्जेक्यूट हुआ तो सब गिद्धों के इसके पीछे लगा दिया गया।
3. इसका पोस्टमार्टम होता है तो पोस्टमार्टम में खामियां बता कर उच्च स्तरीय में भेज दिया जाता है ! क्यों ?? इस रिपोर्ट में क्या खामियां थी ?? या उच्च वाले रिपोर्ट में वो सब इंक्लूड किया जा सके जिससे कि आग और भड़के ??
कुल मिलाकर बहुत बड़ी कन्सपेरेसी है ये।
यही मॉब लिंचिंग वाला किस्सा, जब मथुरा में एक यादव भाई को लस्सी का पैसा मांगने पर मुस्लिमों द्वारा पीट-पीटकर मार दिया जाता है तब एक मामूली घटना बन जाता है।
Satire-
तबरेज अंसारी के निधन से देश को बहुत बड़ी अपूर्णीय क्षति हुई है ..आज वह बाइक चुरा रहे थे कल को कार चुराते .. परसों ट्रक चुराते ..फिर सुपारी लेकर हत्या करते.. हो सकता है कल को अल कायदा या ISIS में शामिल होकर काफिरों को मारते… उनके निधन ने होनहार चोर खो दिया है..!!
इतने होनहार की सैकड़ो बच्चों की मौत पर भी ना दुखी होने वाले हमारे साहब भी टूट गए.. बेचारे तुरन्त बेहद दुखी हो गए ।