आंस्ट्रेलिया के हेल्थ एक्सपर्ट और स्किन कैंसर रिसर्च डांक्टर राचेल नेले से प्राप्त जानकारी के अनुसार हर रोज 10 मिनट तक बाहर जाकर धुप लेने से कोविड-19 से होने वाले संक्रमण को काफी हद तक रोका जा सरता हैं।वही स्किन कैंसर डाँक्टर राचेल नेले ने भी बताया कि सूरज की रोसनी में आने से विटामिन डी मिलता हैं।यदि शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती हैं तो संक्रमण का खतरा बढ जाता हैं।
डाँक्टर नेले का कहना हैं कि शरीर में विटामिन की मकी नहीं होनी चाहिए बल्कि ज्यादा होनी चाहिए।शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर कोरोना कोविड-19 का खतरा बढ़ सकता हैं।उन्होंने कहा कि विटामिन डी की कमी से इम्यून सिस्टम पर इस का बुरा असर पड़ता हैं।इसकी कमी से शरीर में कोरोना के भयंकर लक्षण दिख सकते हैं।
डॉक्टर नेले ने पिछले साल भी यह बताया था कि विटामिन डी के सप्लिमेंट्स की वजह से श्वसन संक्रमण के खतरे में कमी आई है. आपको बता दें कि कोरोना वायरस के लक्षणों में एक लक्षण श्वसन संक्रमण भी है और इससे अब तक कई लोगों की मौत भी हो चुकी है.
78,000 मरीजों पर की गई एक स्टडी के मुताबिक, विटामिन डी की भरपूर मात्रा वाले लोगों की तुलना में विटामिन डी की कमी वाले लोगों में श्वसन संक्रमण का खतरा दोगुना था. इसके अलावा, विटामिन डी की कमी वाले लोग लंबे समय तक बीमार रहते हैं. डॉक्टर नेले ने कहा कि वह अपने शरीर में विटामिन डी बनाने के लिए रोजाना पांच से दस मिनट तक धूप में बैठती हैं. उन्होंने लोगों को मौसम के हिसाब से धूप लेने की सलाह दी है.
डॉक्टर नेले कहती हैं कि डॉक्टर विटामिन डी की गोलियां नहीं लेते हैं क्योंकि उन्हें पता है कि धूप उनके लिए कितनी सेहतमंद है लेकिन जो लोग घर से बाहर नहीं जा सकते उनके लिए यह लेना जरूरी हो जाता है.
इस समय लॉकडाउन की वजह से ज्यादातर लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं. बाहर ना निकल पाने की वजह से लोगों को सूरज की रोशनी नहीं मिल पा रही है और इस वजह से शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकती है.
लॉकडाउन में घर में रहते हुए छत या बाल्कनी में जाकर धूप ली जा सकती है. खान-पान के जरिए विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है. अपने खाने में उन चीजों को शामिल करें जिनमें विटामिन डी भरपूर मात्रा में पाया जाता हो.
खाने में सैलमॉन मछली, अंडे और रेड मीट को शामिल करें. हर दिन एक गिलास गाय का दूध पिएं. दलिया भी विटामिन डी का एक अच्छा स्रोत है. इसके अलावा आप अपनी बालकनी या छत पर जाकर थोड़ी देर के लिए धूप भी ले सकते हैं.
आप डॉक्टर से संपर्क करके विटामिन डी सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं. याद रखें कि विटामिन डी वसा में घुलनशील विटामिन है, इसलिए इसकी गोली बिना डॉक्टर से पूछे नहीं लेनी चाहिए.