कोरोना महामारी से बचने के लिए गया राष्ट्र व्यापी लाँकडाउन में सभी स्कूल,काँलेज ,यातायात के साधन, होटल और माँल के साथ रेस्टोरेंट बंद किये गये हैं।किसी को भी अपने घर से लक्षण रेखा पार नहीं करने के लिए कही गयी हैंं।अपने घर में रहिए और सूरक्षित रहिए जैसे नारा दिया जा रहा हैं।प्रधानमंत्री ने लाँकडाउन 2.0 को 3 मई तक बढ़ा दिया हैं।
कोरोना वायरस से लड़ाई लम्बी चलने के आसार को देखते हुए आज दिल्ली स्थित सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन सीबीएसई ने निर्णय लिया है कि ऐसे वक्त में दसवीं बोर्ड की बची परीक्षा करवाना संभव नहीं है, बच्चों को इंटरनल के बेस पर पास किया जाएगा। हालांकि, 12वीं के पेपरों पर अभी सस्पेंस बरकरार रखा गया है। मीडिया से बात करते हुए सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि 1 अप्रैल के सर्कुलर के मुताबिक 12वीं के पेपर लॉकडाउन और आगे की स्थिति के हिसाब से प्लान होंगे। पेपर कब होंगे इसकी जानकारी 10 दिन पहले दे दी जाएगी। अनुराग त्रिपाठी ने 10 वीं बोर्ड की परीक्षा से जुड़े सवाल पर कहा, ’10वीं की पूरे देश में जो परीक्षा बची हुई हैं, वे छोटे-छोटे विषय थे। उनकी अब परीक्षा नहीं हो रही। इंटरनल असेसमेंट और बाकी पैमानों के आधार पर इसका रिजल्ट बनाया जाएगा
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लेकिन दंगे वाले नॉर्थ ईस्ट में होंगे पेपर
दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट जिले में पढ़नेवाले बच्चों की 10वीं की परीक्षाएं भी नहीं हो पाई थी। यहां दंगों की वजह से पेपर रह गए थे। बताया गया कि वहां परीक्षाएं जरूर होंगी। इस इलाके में भी सिर्फ 6 मुख्य सब्जेक्ट के ही पेपर होंगे।
12वीं की परीक्षाएं होंगी?
इस पर त्रिपाठी ने कहा कि 12वीं की 12 विषयों की परीक्षा होनी हैं। इसका फैसला अभी लिया जाएगा। अनुराग त्रिपाठी ने साफ किया कि 3 मई के बाद तय किया जाएगा कि 12वीं की परीक्षा कब लेनी है। अगर लॉकडाउन आगे बढ़ता है तो प्लान उस हिसाब से तैयार किया जाएगा। त्रिपाठी ने यह भी बताया कि जो पेपर हो चुके हैं उनकी कॉपियों की जांच कहीं-कहीं पर शुरू हो चुकी है। फिलहाल रिजल्ट बनने में दो महीने तक का वक्त लगेगा।