बाँलीवुड की सुपर स्टार अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई के बांद्रा स्थिति आँफिस में मुंबई महानगर पालिका ने अवैध निमार्ड़ कार्य किये जाने को लेकर तोड़फोड़ किया हैं।इस तोड़फोड़ को रोकने के लिए कंगना रनौत ने बाम्बे हाई कोर्ट में अर्जी पेश की जिसपर कोर्ट ने तत्काल सुनवाई करते हुए बीएमसी को तोड़फोड़ करने से रोक ने के आदेश दिया हैं।हालांकि कंगना रनौत मुंबई में नहीं थी लेकिन कुछ देर में ही वह मुंबई पहुंचने वाली हैं।इससे पहले ही बीएमसी ने उनके घर पर अवैध निमार्ड़ को लेकर नोटिस चिपका दिया था इस नोटिस के 24 घंटे बाद ही बीएमसी ने दूसरा नोटिस भेज कर इसके कुछ देर बाद ही BMC की एक टीम बुलडोजर, क्रेन और हथौड़े लेकर पहुंच गई और ऑफिस का एक हिस्सा गिरा दिया. BMC के इस कार्रवाई के खिलाफ कंगना ने बॉम्बे हाईकोर्ट में अपील की. बॉम्बे हाईकोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगा दी है. हालांकि, कोर्ट ने जब रोक लगाने का आदेश जारी किया, तब तक बीएमसी की टीम दफ्तर को तोड़ने के बाद लौट चुकी थी. अब इस मामले में गुरुवार दोपहर 3 बजे सुनवाई होगी।
बीएमसी द्वारा कंगना रनौत के आँफिस में की गई तोड़फोड़ पर प्रतिक्रिया दी जिसमें अभिनेत्री ने बीएमसी को बाबर सेना बताया और कह कि कंगना का आँफिस दुबारा बनेगा।
यह भी पढे़ःभारत के पूर्वी लद्दाख बाँर्डर पर भारत -चीन सेना के बीच तनाव,हालात हो रहे गंभीर
बता दें कि ये पुरा मामला इस लिए गर्माया कि कंगना रनौत ने मुंबई की तुलना पीओके से करने पर सत्तारूढ़ पार्टी शिवसेना उनके खिलाफ हो गई और प्रदर्शन करने लगी। शिवसेना की महिला कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन की एक वीडियो आयी जिसमें महिला कार्यकर्ताओ ने कंगना की तस्वीर को चप्पल मारते हुए देखा गया। साथ ही शिवसेना के प्रमुख नेता संजय राउत ने भी कंगना को मुंबई ना आने की सलाह दी।