बिहार के गया जिले के अमरुत गांव में एक युवक की हत्या कर शव को निलाजन नदी में फेंकने का मामला सामने आया हैं।शव नदी में मिलने से लोग आक्रोशित हो डोभी -चतरा सड़क मार्ग पर शव रखकर सड़क मार्ग को जाम कर दिया और आग जनी कर विरोद्ध प्रदर्शन करने लग गये। घटना की सूचना पर थानाध्यक्ष राहुल रंजन, बीडीओ नीरज कुमार राय घटनास्थल पर पहुंचे आक्रोशित लोगों ने इनलोगों की एक भी नहीं सुनी। शेरघाटी डीएसपी रविश कुमार, एसडीओ उपेन्द्र पंडित ने जामस्थल पर पहुंचकर लोगों को आश्वासन देकर जाम को खलवाया।पुलिस ने इस संबंध में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया हैं।
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पुलिस ने बताया कि मृतक के पिता के बताये अनुसार बारचट्टी थाना क्षेत्र के लालमाटी गांव का एक युवक घर आया और मेरे लड़के को बुलाकर यह कह कर ले गया कि नदी पार कराना हैं।काफी रात हो जाने के बाद जब लड़का घर नहीं आया तो उसकी तलाश करने लग गये। जो युवक मेरे लड़के को बुलाकर ले गया था उसके घऱ जाकर पुछताछ किया तो वह घर पर नहीं मिला।सुबह युवक का शव निलाजन नदी में मिला। शव नदी में मिलने सेआसपास के क्षेत्रों में कोहराम मच गया। शव को देखने से पता चल रहा था कि युवक की मृत्यु किसी ची्ज से मार कर की गई हो। स्वजनों ने बताया कि युवक अपने पिता के सेवानिवृत्त होने के बाद चौकीदार पद के लिए अपना तमाम कागजात विभाग को सौंप चुका था।
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सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष राहुल रंजन, बीडीओ नीरज कुमार राय घटनास्थल पर पहुंचे आक्रोशित लोगों ने इनलोगों की एक नहीं सुनी। शेरघाटी डीएसपी रविश कुमार, एसडीओ उपेन्द्र पंडित ने जामस्थल पर पहुंचकर लोगों को आश्वासन देकर जाम खत्म कराया।मृतक की पहचान अमारूत गांव के निवासी व सेवानिवृत्त चौकीदार मुखलाल यादव के पुत्र धर्मेद्र यादव (23 वर्ष) के रुप की गई।अधिकारियों ने आश्रितों को आपदा का लाभ, मुख्यमंत्री पारिवारिक योजना का लाभ और कबीर अंत्येष्टि का लाभ देने की घोषणा की। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलज भेज दिया। इस मामले में देरशाम तक मुकदमा दर्ज नहीं हो सका। थानाध्यक्ष ने बताया कि अभी तक आवेदन नहीं मिला है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा।