दरभंगा शहर के डी एम सी एच हॉस्पिटल का एक नया सच्च बाहर आया है। जिसमें बताया जा रहा है कि एक बच्चे के बाएं हाथ में फ्रैक्चर था जबकि उसके दाएं हाथ पर पट्टी लगा दिया गया।
जी, दरभंगा का एक बालक फैजान, जो कि आम से पेड़ आम के पेड़ से गिर गया और उसके बाएं हाथ में फ्रैक्चर आ गया। तो उसके परिजनों ने उसका इलाज करवाने के लिए उसे डी एम सी एच ले गए। जहां डॉक्टरों ने पहले एक्स रे किया। फिर एक्स रे में सामने आया कि बच्चे के बाएं हाथ में फ्रैक्चर है। पर जब उसके हाथों पर पट्टी बांधने के लिए उसे कमरे में ले जाया गया। तो वहां पर उसके दाएं हाथ में पट्टी लगा दिया गया। जबकी पट्टी लगाने के दौरान बालक बोलता रहा कि उसके बाएं हाथ में फ्रैक्चर नहीं है।जबकि दाएं हाथ में है। डॉक्टर उसकी एक न सुनी और और फिर दाएं हाथ में पट्टी लगा दिया।
जब प्लस्तर के बाद परिजन घर गए। वहां जब एक्स रे रिपोर्ट देखा गया तो पता चला कि फेक्चर तो बाएं हाथ में था। इसके बाद फिर बच्चा के परिजन वापस डी एम सी एच हॉस्पिटल आए। जहां पर उन्होंने डॉक्टरो से बात की। पर डॉक्टर उन्हें कल आने की बात कहकर टाल दिया।आज जब वह गए तो मामला ज्यादा तूल पकड़ लिया।
अस्पताल अधीक्षक से मिलकर परिजनों ने शिकायत किया तो अधीक्षक ने बोला कि फिर से प्लास्टर कर दिया जाएगा। हालांकि बच्चों के परिजन इस मामले को लेकर जिम्मेवार व्यक्तियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे है।
जब अस्पताल अधीक्षक डीएमसीएच से इस मामले में पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि हां यह लापरवाही उनके अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा की गई है और इसकी जांच की जाएगी। जो दोषी पाए जाएंगे उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
इन सारे वारदातों के सामने आने से बिहार के बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था पर एक बार फिर प्रश्नचिन्ह उठने लगे हैं।