देश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा हैं अबतक कोरोना के 5 लाख केस बढ़ चुके हैं और 7 हजार के करीब मौतें भी हो चुकी हैं।दिल्ली,महाराष्ट्र ,गुजरात और तमिलनाडू कोरोना से बेहाल हो गये हैं।यहा कोरोना संक्रमण और मौत के मामाले में तेजी देखी जा रही हैं।इस तरह के हालोत में CBSE ने 10 वीं वह 12 वीं की परीक्षा कराने के निर्णय करने जा रही थी।इस बात से चिंतित हुए बच्चों के अभिभावकों ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर कोर्ट से गुहार लगाई की कोरोना के इस माहौल में बच्चों के एग्जाम न कारने और परिक्षा को रद्द करने के लिए CBSE बोर्ड पर रोक लगाई जाये।अभिभावकों द्वारा दायर याचिका पर सुनाई करते हुए सुप्रमी कोर्ट ने CBSE से जवाब देने को कहा। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड,सीबीएसईCBSE) की ओर से पेश वकील ने जस्टिस ए एम खानविलकर, जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस संजीव खन्ना की पीठ को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सुनवाई के दौरान कहा था कि इस पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा. बोर्ड ने इस मामले की सुनवाई को स्थगित करने का अनुरोध किया था ताकि इस विषय पर उसके फैसले से कोर्ट को अवगत कराया जा सके. पीठ ने बोर्ड के वकील के कथन का संज्ञान लेते हुये इस संबंध में दायर याचिका पर सुनवाई 23 जून तक के लिये स्थगित कर दी थी।
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CBSE एग्जाम पर आज सुप्रीम कोर्ट ने सुनाई करते हुए सुरक्षा मुद्दे के कारण बची सीबीएसई की 10 वीं वह 12वीं की परीक्षाओं जो 1 जुलीई से 15 जुलीई तक होने वाली थी कैंसिल करने का आदेश दिया है.कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि 10वीं क्लाश की परीक्षा पूरी तरह से रद्द कि जाये और 12वीं की परीक्षा वैकल्पिक ली जा सकती हैं। मंगलवार को इस पर कोर्ट में सुनवाई हुई थी जिस सीबीएसई ने अंतिम निर्णय देने के लिए गुरुवार 25 जून तक का समय मांगा था.