मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया के सामने 102 विधायकों की कराई परेड,बहुमत का किया दावा

Chief Minister Ashok Gehlot again accuses BJP of toppling government, sent emotional letter to PM

राजस्थान के वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर सरकार गिराने का आरोप लगाया, साथ ही पार्टी के अंदर कुछ गद्दारों को चेताया. इसकी जांच के लिए एक ग्रुप बनाया गया, जिसने सचिन पायलट को पूछताछ के लिए नोटिस भेज दिया. हालांकि, ऐसा नोटिस सीएम को भी भेजा गया। इसी को लेकर दोनों में विवाद बढ़ गया. डिप्टी सीएम ने इस नोटिस को अपना अपमान महसुस करते हुए इसकी शिकायत करने के लिए कांग्रेस के हाई कमान से मिलने के लिए दिल्ली पहुंचे लेकिन उनकी किसी भी बात को नहीं सुना गया और वापिस राजस्थान भेज दिया गया।इस बात से नाराज सचिन पायलट ने पूर्व कांग्रेस नेता और वर्तमान में बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात किये इस भेट से यह अटकले लगाई जाने लगी कि सचिन पायलट बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।इस दौरान उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में हैं और पार्टी के 30 विधायक मेरे संम्पर्क में हैं।इसकी बात की घोषणा करने के बाद अशोक गहलोत नें अपने आवास पर सभी विधायकों की एक मिटिंग बुलाई और मीडिय के सामने उन सभी 102 विधायकों की परेड करा कर शाबित किया कि सरकार अल्पमत में नहीं हैं, सरकार के पास पूर्ण बहुमत हैं।अशोक गहलोत ने इस परेड से संदेश दिया है कि उनके पास बहुमत है और सचिन पायलट के सभी दावे गलत हैं. ऐसे में अब हर किसी की नजर इसपर है कि सचिन पायलट क्या कदम उठाएंगे.

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कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सचिन पायलट से की बात

 केंद्रीय नेतृत्व की ओर से जयपुर भेजे गए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पिछले 48 घंटे में कांग्रेस नेतृत्व ने कई बार सचिन पायलट से बात की है. राजस्थान सरकार जनता की सेवा के लिए काम करेगा. हम सभी विधायकों और नेताओं से अपील करते हैं कि वो विधायक दल की बैठक में शामिल हों, कांग्रेस की सरकार को मजबूत करने का काम करें.

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रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कभी-कभी वैचारिक मतभेद उत्पन्न होता है, लेकिन इससे अपनी ही सरकार को कमजोर करना ठीक नहीं हैं. अगर कोई मतभेद है तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी की अगुवाई में हम इसका समाधान निकालेंगे. व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा के जरिए सरकार को कमजोर करना ठीक नहीं. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि बीजेपी की ओर से हर बार जांच एजेंसियों को आगे किया जाता है, आज सुबह से ही कांग्रेस के साथियों पर इस तरह से छापेमारी करवाकर डराने की कोशिश की जा रही है.

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