आलस्या छोड़कर,फिट रहने के लिए करें ये चार योगासन

दिन भर बिस्तर या सोफे पर लेटे रहना या लेटकर समय बिताना कितना शरीर के लिए नुकसान पहुंचाता हैं। यह आप कभी सोचे नहीं होंगे। यह भले ही आरमदायक हैं लेकिन यह कई मायने में स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं।इस लिए बिस्तर पर लेटे रहना और समय बिताने से अच्छा हैं कि सुबह या शाम को कुछ ऐसे योगासन कर शरीर और दिमाग दोनों को फिट रख सकते हैं।ऐसे ही कुछ खास योगासन बताये जा रहा हैं जिसको करने से न केवल आप फिट रहेंग बल्कि पहले से ज्यादा ऊर्जावान महसुस कर सकते हैं।

बताने जा रहे हैं उन चार योगासन के बारें में जो आपको न केवल फिट रखेगा बल्कि ऊर्जावान बनाने में मदद करेंगा।

मेडिटेशन:

यह सबसे आसान है, इसमें आपके केवल एक ध्‍यान मुद्रा में बैठना है और अपने अज्ञा चक्र पर ध्यान लगाना है। इस योगासन से श्वास नाक से आने -जाने दें। इस योगासन का नियमित अभ्यास करने आपका मन धीरे -धीर शांत होने लग जायेगा। और पास स्वस्थ् महसुस करने लगेंगे।

प्लैंक

प्लैंक एक और आसान व सभी के लिए सबसे प्रभावी पोज़ में से एक है। यह शुरुआत में विशेष रूप से आलसी लोगों के लिए मुश्किल हो सकता है। लेकिन इसे नियमित रूप से करें और आप इस सेशन का आनंद लेना शुरू कर देंगे। आप टीवी सीरियल के ब्रेक के दौरान, प्लैंक पोज़ कर सकते हैं। यह चुनौतीपूर्ण मुद्रा शरीर की कोर को मजबूत और ताकतवर बनाने में मदद करती है।

स्फिंक्स

याद है बचपन और शायद बड़े होकर भी आप कई बार मूवी शो देखते समय, आप अपने पेट के बल बिस्तर पर कैसे लेट जाते हैं? बस ठीक उसी प्रकार आपको ये मुद्रा करनी होती है, जो काफी आसान है। इसमें बस आप अपनी बाहों को फैलाएं और अपने ऊपरी भाग को पीछे की ओर धकेलें। इस तरह आप टीवी पर क्या हो रहा है, इस बारे में याद किए बिना व्यायाम कर मजा ले सकते हैं। 

सिर को घुटने के समान लाने की कोशिश 

यदि आप ऐसे व्यक्ति है, जिनके ज्‍यादा देर एक तरफ लेटने पर दर्द होने लगता है, तो यह आपके लिए एकदम सही है। इसमें आपको एक-एक करके आपको अपनी दोनों तरफ खिंचाव देना होता है। 

शुरुआत करने के लिए, मेडिटेशन मुद्रा में यानि पालती मारकर बैठें। अब अपने बाएं पैर को कमर की तरफ 45 डिग्री के आसपास फैलाएं और अब दाहिने पैर को कूल्हों व जांघ के पास रखें। 

अब दीवार की छत या आसमान को देखते हुए अपने दाएं हाथ को बाएं हाथ और बाएं पैर की ओर बढ़ाएं। 

अब, अपनी दाहिनी उंगलियों को ऊपर की ओर खीचें और सांस लें। सांस छोड़ें और दाएं हाथ की उंगलियों को बाएं पैर से स्पर्श करते हुए बाईं ओर झुकें।

सुनिश्चित करें कि आपका दाहिना हाथ दाहिने कान के ऊपर है। कुछ समय के लिए स्थिति में रहें और फिर दूसरी तरफ स्विच करें।

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