बिहार मुजफ्फरपुर :- आपको बताते चलें कि बिहार की सरकार और शासन व्यवस्था इस तरह से चौपट हो चुकी है की आम जनता को जीना मुश्किल हो गया है आए दिन कोई न कोई घटना वहां पर घट रही हैं लोग अपराध के छाया में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं
प्रखंड के ग्यासपुर ग्राम निवासी संजय शाह ने अपने ऊपर हुए जानलेवा हमला के विरोध में अहियापुर थाना में एक मुकदमा 26 मार्च 2019 को दर्ज कराया था उनके ऊपर हमला 25 मार्च 2019 को हुआ था इस हमले में बाल-बाल बच गए थे.रिवल्बर का स्टीगर अपराधी ने दबा दिया लेकिन गोली फस गया रिवल्बर में जिससे संजय शाह की जान बच गई. थाना प्रभारी ने मुकदमा दर्ज कर लिया लेकिन उस मुकदमा के ऊपर कोई भी सुनवाई नहीं हुई यहां तक कि अपराधी दिन पर दिन संजय शाह को धमकी दे रहे थे संजय शाह को बार-बार कहने के बाद भी थाना प्रभारी ने सुरक्षा मुहैया नहीं करवाया और अपराधी ने उन पर दबाव बनाया कि मुकदमा वापस लो नहीं तो हम जान से मार देंगे फिर भी प्रशासन हाथ पर हाथ डाल कर बैठी रहे क्योंकि प्रशासन के ऊपर बहुत ही बड़ा राजनीतिक दबाव था और है भी.
मुजफ्फरपुर टाउन डीएसपी ने आज से 1 महीने पहले मुकदमा से धारा 307 और 27 आर्म्स एक्ट हटा दिया मुजफ्फरपुर टाउन डीएसपी मुकुल रंजन ने राजनीतिक दबाव के कारण इन मुकदमा से धारा 307 और 27 आर्म्स एक्ट हटा दिया जो कि कहीं से भी उचित नहीं है इस मुकदमे से धारा को हटाना जब संजय शाह ने टाउन थाना डीएसपी से बात किया तो उन्होंने बोला कि ऊपर से राजनीतिक प्रेशर है इसलिए हम कुछ नहीं कर सकते हैं आप मंत्री जी से बात कर लीजिए
काफी कोशिश करने के बाद बिहार के उद्योग मंत्री और सह मुजफ्फरपुर प्रभारी मंत्री श्याम रजक से बात हुई . फोन पर श्याम रजक ने उनको मिलने का टाइम 2 अगस्त 2019 मुजफ्फरपुर सर्किट हाउस का दिया जब संजय शाह सर्किट हाउस पहुंचे और उन्होंने श्याम रजक से मुलाकात की तो मंत्री साहब के तेवर ही बदल गए मंत्री श्याम रजक ने साफ-साफ कहा कि मैं जनता का सेवक नहीं हूं अपराध पर लगाम लगाना हमारा काम नहीं है प्रशासन का काम है हम जब भी मुजफ्फरपुर आते हैं तो हमें इस तरह की समस्या सुनने को मिलती है
मैं क्या यही समस्या सुनने के लिए हो हम मुकदमे पर सुनवाई नहीं करते हैं हमें जनता से कोई मतलब नहीं है श्याम रजक ने यहां तक कह दिया कि मेरा काम नहीं है यह सब आप प्रशासन के पास जाइए तो
इतने संगीन मामला होने के बाद भी अभी तक भुमाफिया अभयुक्त मनीष कुमार एवं निरज प्रकाश की अभी तक गिरफदारी नही की गई ।
आप ही बताइए कि यह मुकदमा लेकर संजय सा कहां जाए श्याम रजक के साथ उनके साथी जो कि सर्किट हाउस में उपस्थित थे उन्होंने कहा कि सर इस मुकदमा में बहुत बड़े बड़े आदमी पॉलीटिशियन हैं इसलिए अब कुछ नहीं हो सकता है परंतु वहां पर उपस्थित कुछ
नेतागन थे जो शोक व्यक्त किया उन्होंने कहा कि यह गलत हो रहा है लेकिन मंत्री बाबू सुनने वाले कहां थे अपनी ही रामायण गा रहे थे
वहां पर उपस्थित बेबी देवी एमएलए, हरिओम कुशवाहा मुजफ्फरपुर जिला अध्यक्ष जेडीयू , पप्पू कुशवाहा मुजफ्फरपुर जिला युवा अध्यक्ष ,रंजीत साहनी जेडीयू, ,रामसूरत राय जिला अध्यक्ष मुजफ्फरपुर बीजेपी ने कहां की गलत हो रहा है इन लोगों के कहने के बाद भी मंत्री जी का
सुर नहीं बदला और एक बार भी संजय शाह को यह नहीं बोला कि प्रशासन को मैं बोलता हूं इससे साफ साबित होता है कि श्याम रजक भी अपराधियों के साथ मिले हुए हैं और बिहार में अपराध का शासन अपराधियों के द्वारा चलाया जा रहा है
वाह रे सुशासन बाबू के मंत्री आप बिहार को कहां से कहां ले गए
इतने संगीन मामला होने के बाद भी अभी तक भुमाफिया अभयुक्त मनीष कुमार एवं निरज प्रकाश की अभी तक गिरफदारी नही की गई ।
मैं दर्शकों को बताना चाहता हूं कि यदि आप मुजफ्फरपुर सर्किट हाउस का सीसीटीवी कैमरा का दिनांक 2 अगस्त 2019 का वीडियो रिकॉर्डिंग देखें तो आपको साफ-साफ मालूम चल जाएगा कि बिहार सरकार के मंत्री श्याम रजक ने क्या-क्या बातें बोली है क्योंकि सर्किट हाउस के अंदर कैमरा ले जाना प्रतिबंधित है इसलिए हमारी टीम ने रिकॉर्डिंग नहीं किया है नहीं तो श्याम रजक की करतूतों वीडियो हम आपको जरूर दिखाते