सीआइडी ही करेंगी, इस हत्या कांड की जांच

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले  के बैरिया बस स्टैंड पर हथियार बंद बदमाशों ने कुंदन  सिंह को गोली मार कर हत्या कर दिय़ा था।जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ के जवानों ने एक बदमाश को मार गिराया । यह हत्या 11माह पूर्व हुई थी। जिसमें पुलिस की जांच प्रक्रिया धीरे चल रही थी। इसका फायदा आरोपितों को मिल रहा था।इस बात से परेशान मृत्यु की पत्नि ने इस कांड की जांच के लिए बडे़ स्तर पर करने की सिपारीस किया। सिपारीस की मांग को मानते हुए सरकार ने सीआइडी से जांच करने को कहा।सीआइडी ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए सीआइडी के एसपी  ने एक पत्र जारी किया। जिसमें 24 बिंदुओं पर जांच करने का निर्देश दिया। जानिए NRC एवं ACC बिल क्या है्, देश में इस को लेकर,क्यो हो रहा हैं इतना बड़ा विरोध

बताया जाता हैं कि 1 फरवरी 2019 को बैरिया बस स्टैंड पर बैठे कुंदन सिंह कई बसों का संचालन और बसों के आने जाने का समय देखा करते  थे। तभी छह हथियार बंद बदमाशों ने उन पर तबातोड़ गोलिया चला कर शरीर को छली दिया।कुंदन सिंह को गोली लगते ही फर्स पर गिर कर दम तोड़ दिया। तबातोड़ गोलियों के कारण बस स्टैंड पर अफरातफरी मच गई। सूचना पर पहुंची पुलिस एसटीएफ के जवानों ने अपराधियों को पकड़ ने के लिए जवाबी कार्रवाई की।इस कार्रवाई से  एक अपराधी बस में घुस गया। जिसकों एसटीएफ ने एके -47 से मार गिया। लेकिन अन्य अपराधी भागने में सफल हो गये।

इस मामले में कुदन की पत्नी चुन्नू ठाकुर ने कैलाश मिश्र, मुखिया अनिल चौबे, श्रीनारायण सिंह व प्रकाश को नामजद आरोपित बनाया हैं। पुलिस ने जांच में नामजद आरोपितों की संलिप्तता को सही पाया। लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी।कुंदन की पत्नी का कहना हैं कि घटना के हुए 11 माह से ज्यादा समय हो गया हैं लेकिन अभी तक इंसाफ नही मिल पाया हैं।

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