जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मधेपुरा के पूर्व सांसद श्री पप्पू यादव आज बिहार के राज्यपाल श्री लालजी टंडन से मिले और उन्होंने महामहिम का ध्यान बिहार में लू और चमकी बीमारी के कारण जा रहे बच्चों की जान की तरफ आकृष्ट किया। उन्होंने जमकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार की बुराइयां कि।
राज्यपाल से मिलने के बाद पप्पू यादव ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि उन्होंने राज्यपाल को बिहार के तत्कालिक स्वास्थ्य व्यवस्था से अवगत कराया है। उन्होंने बताया कि किस तरह बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था में भारी कमी है। ना ही अच्छे मशीन की सुविधा है। ना ही अच्छे डॉक्टर है, ना ही अच्छे नर्स हैं। और ना ही भवन हैं।
हालांकि उन्होंने शक व्यक्त करते हुए कहा कि क्या बिहार में आया यह आपदा प्राकृतिक आपदा है? या सरकार जनित है? वास्तव में यह किस कारण से हुआ इसकी जांच जल्द से जल्द पूरी होनी चाहिए। और इस में जो भी दोषी हो उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने अपने आप को आगे बढ़ाते हुए कहा कि बिहार में हुए इतने सारे बच्चों की मौत की जिम्मेदारी किसकी होनी चाहिए? यह निर्धारण कौन करेगा? किसके ऊपर यह सारे मौत का ठीकरा फोड़ा जाएगा? बिहार की बात करते वक्त उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथ लिया। साथ में बिहार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को भी नहीं बख्शा।
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मुजफ्फरपुर में हो रहे बच्चों की मौत के पीछे लिची जिम्मेवार नहीं है। बल्कि बिहार की गरीबी और बच्चों में हुए कूपोषणता इसका एक के कारण हो सकता है? कुपोषण के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गरीबों की दी जाने गरीबों को दी जाने वाली राशन आधार कार्ड ना होने के कारण बहुत सारे गरीब परिवार को नही मिलते रहे हैं। और इस वजह से भी उनके घर में खाना की कमी होती जा रही है। जिस वजह से बच्चे कुपोषण के शिकार हो जा रहे हैं।