आरा -पटना जिले में बहु चर्चित दुष्कर्म मामला में आरोपी राजद विधायक की मुश्किलेंं बढ़ी नजर आ रही हैं। कोर्ट में चार्टसीट पेश करने के बाद राजद विधायक अरुण यादव ने अभी तक कोर्ट में पेश नही होने के कारण उनकी संपत्ति जब्त करने के आदेश जारी किये हैं।दुष्कर्म कांड में विधायक की गिरफ्तारी नहीं होने व सरेंडर नहीं किये जाने पर पाँक्सो कोर्ट ने सख्त रवैया अपना ते हुए बीते दिनों तीन जनवरी को विधायक की अचल संपत्ति जब्त करने के आदेश जारी किया था।
दुषकर्म मामले में नाम आने के बाद और वारंट जारी होने के पांच माह बाद पुलिस विधायक को न तो गिरफ्तार कर सकी हैं न ही उनका सुराग लगा सकी हैं। विधायक का पता लगाने के लिए भोजपुर पुलिस के अलावा पटना पुलिस भी नाकाम साबित हुई हैं।
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पिछले छह दिसंबर 2019 को पीड़िता की तरफ से दर्ज काराया गया पुनर्बयान में संदेश के विधायक अरुण यादव का नाम आया था। इस मामले के दो तीन दिन बाद तक विधायक अपने इलाके में थे लेकिन जैसे ही पुलिस गिरफ्तारी वारंट के लिए कोर्ट पहुंची तो विधायक अरुण यादव खबर सुनते ही अंडरग्राउड हो गये।13 सितंबर को वारंट मिलते ही पुलिस गिरफ्तारी के लिए तबातोड़ छापेमारी शुरु कर दी। विधायक के सरकारी और निजी आवास पर लागातार छापेमारी कर रही हैं।गिरफ्तारी और सरेंडर नहीं करने पर 22सितंबर को अगिआंव के लसाढ़ स्थित आवास के कुर्की की गई। इसे बाद भी विधायक का पता नहीं चल पाया है।