जयपुर। महाराष्ट्र में एक बार फिर सियासी बवंड़र मचा हुआ है, जहां एक ओर सीएम उद्धव ठाकरे ने दशहरा समारोह में बीजेपी पर हमला बोला था उन्होंने कहा थी की कोरोना जैसी माहामारी पर भी बीजेपी राजनीति कर रही है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा थी की फ्री कोरोना वैक्सिन सिर्फ बिहार के लोगों को ही क्यों क्या अन्य राज्य़ों के लोग भारतीय नहीं हैं । जिसके बाद भाजपा के नेता भी हमलावर हो गए और उद्दव को सावरक से लेकर तमाम मुद्दों पर घेरा।
बीजेपी ने वीर सावरकर का मुद्दा उठाया
आपको बता दें की महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के दशहरा भाषण पर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। शिवसेना के वार्षिक दशहरा उत्सव के दौरान ठाकरे ने जहां हिंदुत्व से लेकर अन्य तमाम मसलों पर बीजेपी को नसीहत दी तो पलटवार करते हुए बीजेपी ने वीर सावरकर का मुद्दा उठा दिया है। साथ ही बालासाहेब ठाकरे के बहाने उद्धव को निशाने पर ले लिया।
उद्धव ठाकरे के भाषण पर बीजेपी नेता आर.पी सिंह ने कहा है कि उन्होंने शिवसेना चीफ के भाषण का स्तर गिरा दिया है। बालासाहेब ठाकरे हमेशा अपने भाषण में बड़ा विजन सामने रखते थे लेकिन उद्धव ठाकरे ने कंगना रनौत और दूसरे मुद्दों पर बात की।
उद्धव ने एक्ट्रेस कंगना रनौत पर सख्त टिप्पणी की थी
गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे ने अपने भाषण में हिंदुत्व की परिभाषा समझाने से लेकर बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद मचे बवाल पर भी अपनी बात रखी। साथ ही उद्धव ने एक्ट्रेस कंगना रनौत पर सख्त टिप्पणी की। ड्रग्स को लेकर ठाकरे ने महाराष्ट्र का बचाव करते हुए यहां तक कह दिया कि आप (कंगना) जहां रहती हैं वहां गांजा पैदा होता है।
बीजेपी को सावरकर पर जवाब
बीजेपी ने उद्धव ठाकरे के भाषण की आलोचना करते हुए ये कहा है कि वो सावरकर स्टेडियम में भाषण तो देते हैं लेकिन सावरकर के बारे में जिक्र तक नहीं करते हैं। इस पर शिवसेना ने पलटवार किया है। शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि हमने वीर सावरकर पर अपना रुख कभी नहीं बदला है।
जब भी सावरकर के खिलाफ कमेंट किया गया, हम उस पर अपने स्टैंड पर कायम रहे। सावरकर से हमारा हमेशा से भावनात्मक जुड़ाव रहा है और जो हमारी आलोचना कर रहे हैं वो जवाब दें कि सावरकर को भारत रत्न क्यों नहीं दिया।