बिहार के भागलपुर जिले में दुष्कर्म को अंजाम देने वाले सात दरिंदों को जिला अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है। ये सभी अभियुक्त शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारागाह भागलपुर में बंद हैं।
लेकिन मामला अपीली होने के कारण ईनकी गर्दन फांसी से बचा हुई है। क्योंकि इनका मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में 23 फरवरी 2017 को फांसी की सजा पाने वाले सबौर निवासी मुन्ना पांडेय का मामला सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है। पांच अभियुक्तों ने भी पटना उच्च न्यायालय में अपील कर रखी है।