देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. सरकार भी देश में इस संक्रमण से निपटने के लिए पूरी निगरानी कर रही है. शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय, गृह मंत्रालय और भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें बताया गया कि 24 घंटे में देश में 37 लोगों की मौत हुई है. देश में पिछले 24 घंटे में 1684 नए केस सामने आए हैं. इसके बाद देश में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 23,077 हो गई है. देश में अब तक 718 लोगों की मौत हुई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में 24 घंटे में 491 मरीज ठीक हुए हैं. कुल मरीजों के ठीक होने की संख्या 4749 हो गई है. देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर अब 25.57 फीसदी हो गई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले 28 दिनों में देश में 15 और जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण का कोई नया केस सामने नहीं आया. अब तक देश के 80 जिले ऐसे हैं, जिनमें पिछले 14 दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के एक भी नया केस नहीं आया है.
वहीं गृह मंत्रालय ने देश के सभी राज्यों को दिए गए दिशानिर्देशों को स्पष्ट करते हुए पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि किसी भी फैक्ट्री में अगर कोई कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसके मालिक पर एफआईआर दर्ज नहीं की जाएगी. हॉटस्पॉट के अलावा अन्य क्षेत्रों में छूट दी गई है. छूट के दौरान नियमों का सख्ती से पालन हो. आईएमसीटी की दो टीमों ने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट दी है. इसमें लॉकडाउन को प्रभावी बताया गया है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी गई कि देश में 23 मार्च से पहले कोरोना वायरस संक्रमण के मामले दोगुने होने की रफ्तार 3 दिन मापी गई थी. इसके बाद लॉकडाउन लागू किया गया, जिसके परिणाम बाद में दिखने शुरू हुए. 29 मार्च को दोगुने होने की रफ्तार 5 दिन हो गई. इसके बाद 6 अप्रैल तक देश में 10 दिन में कोरोना संक्रमण के मामले दोगुने हो रहे थे. अगर देश में लॉकडाउन ना लगाया गया होता तो आशंका जताई गई है कि इस समय देश में कोरोना के 73,400 केस सामने आ गए होते.