कोरोना के बढ़ते मामले को रोकने के लिए लाँकडाउन 2.0 पूरे देश में लिया गया है ताकि कोरोना को फैलने से रोका जा सके।इसके लिए सभी लोगों को अपने घरों में रहने की बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित करते हुए कह चुके हैं।इसी के साथ एक दुसरे से सोशलडिस्टेंसिंग की पालना करने की बात भी कही।यही उपाय है कोरोना जैसी महामारी को रोकने के लिए क्योंकि इस वायरस से बचने के लिए न ही कोई दवा बनी है न ही कोई वैक्सीन।लेकिन कुछ समाज के ना समझे लोग ऐसे हैं जो अपनी मनमानी कर डाँकडाउन का उल्लंघन कर घरों से बाहर आ रहे हैं।लोगों को अपने घरों में रहने के लिए प्रेरित कर रही पुलिस पर आये दिन इन लोगों द्वारा पत्थराव कर रहे हैं।ऐसी एक घटना अभी हाल ही मेंं महाराष्ट्र के औरंगाबाद में देखने को मिली हैं।वहा एक मस्जिद में रमजान की नमाज पढ़ने गये लोगों को पुलिस लाँकडाउन में ऐसा नही करने के लिए समझा रही थी।इसी बीच कुछ लोग पत्थर फैंकने लगे पत्थर फैंकने में पुरुषों के साथ महिला भी थी जो पुलिस पर पत्थर फैंक रही थी।इस घटना में तीन पुलिस कर्मी को बुरी तरह से घायल हो गये जिनको तुरंत स्थानिय हाँस्पिटल में भर्ती कराया गया। सूचना मिलते ही भारी सख्या में पुलिस बल पहुंच गई और तुरंत कार्रवाई करते हुए 27 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
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बताया जा रहा है कि संभाजी मार्ग पर स्थित एक मस्जिद में करीब 100 लोग नमाज पढ़ने जा रहे थे. पुलिस ने पहले उन्हें रोका और लॉकडाउन का हवाला देकर अपने-अपने घर लौट जाने की अपील की. इस दौरान कुछ लोग भड़क गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. इस हमले में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए है.
लॉकडाउन का पालन कराने गई पुलिस पर पथराव की यह पहली घटना नहीं है. देश के अलग-अलग हिस्सों में ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं. महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते ग्राफ के कारण वहां स्थिति और चिंताजनक है. अब तक महाराष्ट्र में कोरोना के 8 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं.