वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने और उससे उत्पन्न स्थिति से निपकने के लिए 21 दिन का राष्ट्रव्यापी लाँकडाउन लेने का निर्णय मोदी सरकार ने लिया था।जिसमें सभी परिवहन सेवा और रेल सेवा के साथ किसी को अपने घरों में से बाहर निकलने पर पूर्णरुप से पाबंदी गला दिया और एक-दुसरे से सामाजिक दुरी बना कर रहने का निर्देश दिया गया।सरकार द्वारा लिया गया 21 दिन का लाँकडाउन की समय सीमा 14 अप्रैल को खत्म होने जारी हैं।14 अप्रैल की समय सीमा को आगे बढ़ाने के लिए आज शनिवार 11 बजे वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से लाँकडाउन की समय सीमा को आगे बढ़ाने पर चर्चा और सुझाव देने की बात कही और कहा कि क्या इस 21 दिन के लाँकडाउन को आगे बढ़ाया जाए । इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं 24 घंटे उपलब्ध हूं. कोई भी मुख्यमंत्री मुझसे बात कर सकता है और सुझाव दे सकता है (COVID-19 पर) कभी भी. हमें कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होना चाहिए.’
और पढ़े:तेजी से बढ़ते कोरोना के खतरे को देखते हुए पंजाब सरकार ने लाँकडाउन बढ़ाने का लिया फैसला
. इस बातचीत में शामिल मुख्यमंत्रियों में पंजाब के कैप्टन अमरिंदर सिंह, पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के उद्धव ठाकरे, उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के मनोहर लाल, तेलंगाना के के. चंद्रशेखर राव, बिहार के सीएम नीतीश कुमार आदि शामिल थे.
और पढ़े:कोरोना से इंदौर में एक और डाँक्टर की मौत,अन्य शहरों की तुलना में मौत की रफ्तार ज्यादा
पंजाब,छत्तीसगढ़, दिल्ली के सीएम ने दिये यह सुझाव
इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री की बातचीत में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की अवधि बढ़ाए जाने का सुझाव दिया. बैठक में सिंह ने मोदी को बंद को बढ़ाने का सुझाव दिया साथ ही साथ पंजाब के लोगों के लिए स्वास्थ्य और राहत संबंधी कई उपाय भी सुझाए।
वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह किया है कि राज्य की सीमा के भीतर आर्थिक गतिविधियां संचालित करने की अनुमति दी जाए।
अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत में शनिवार को सुझाव दिया कि देशभर में लागू किए गए लॉकडाउन की अवधि 30 अप्रैल तक बढ़ाई जानी चाहिए.