लाँकडाउन में देश अलग-अलग हिस्सों में मजदूर ,श्रमिक और छात्र फंसे हुए हैं जो अपने घर जाने के लिए सरकार से कई बार अपिल कर चुके हैं।उनकी इस मांग पर विचार करते हुए केंद्र सरकार ने प्रवासी मजदूरों को उनके घर कत पहुंचाने के लिए हैदराबाद के लिंगमपल्ली से झारखंड के हटिया के बीच स्पेशल ट्रेन चलाई हैं।यह स्पेशल ट्रेन करीब 1200 मजदूरों को लेकर रवाना हुई हैं। रेलवे ने लॉकडाउन शुरू होने के बाद से पहली बार शुक्रवार को किसी पैसेंजर ट्रेन को चलाई जो रात को 11 बजे हटिया पहुंचेगी। रेलवे पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि बिना केंद्र सरकार के निर्देश के ट्रेनों को चलाने का सवाल ही नहीं है।
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कई राज्य कर रहे हैं स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग
यही वजह है कि पंजाब, बिहार जैसे कई राज्यों ने केंद्र से प्रवासियों को लाने-ले जाने के लिए स्पेशल ट्रेनों को चलाने की मांग की है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखकर कहा है कि फंसे हुए मजदूर इतनी बड़ी संख्या में हैं कि उन्हें बसों के जरिए नहीं ले जाया जा सकता। उन्होंने इसके लिए ट्रेनों को चलाने की मांग की है।
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इसी तरह बिहार के डेप्युटी सीएम सुशील मोदी ने भी ऐसी ही मांग की है। उन्होंने कहा, ‘बड़ी संख्या में प्रवासी चेन्नै, बेंगलुरु और मुंबई जैसी जगहों पर हैं जो बहुत दूर हैं। बसों को वहां जाने और फिर वहां से लौटने में कम से कम 6 से 7 दिन लग सकते हैं। इसलिए इतने बड़े पैमाने पर लोगों को बसों से लाना व्यावहारिक नहीं है। इसमें एक महीने से ज्यादा वक्त लग जाएगा।’