केंद्रीय सड़क एवं परिवहना मंत्री नितिन गडकरी ने आज शुक्रवार को महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन का आँनलाइन उदघाटन किया।तीन साल में बने इस पुल पर शुक्रवार से वाहनों का आवागमन शुरू हो गया है और उत्तर बिहार की करीब पांच करोड़ आबादी इससे लाभान्विति होगी. गांधी सेतु के ऑनलाइन उद्घाटन के मौके पर केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, नित्यानंद राय के साथ बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव भी मौजूद रहे. इस मौके पर नितिन गडकरी ने बिहार सरकार को आश्वसन दिया कि जो प्रस्ताव मिलेगा उसपर काम होगा और केंद्र की ओर से पैसे की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी. उन्होंने कहा कि बिना बिहार की प्रगति के बिना देश के विकास संभव नहीं.
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पुल की आयु है 100 वर्ष
लगभग 3 साल में बने इस सुपर स्ट्रक्चर (जो कि लोहा और स्टील का बना है) की आयु 100 साल बताई जा रही है. बता दें कि गांधी सेतु के जीर्णोद्धार का कार्य तीन साल पहले जुलाई, 2017 में शुरू हुआ था।
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हावड़ा ब्रिज जैसा डिजाइन
हावड़ा ब्रिज की तर्ज पर डिजाइन किए गए इस पुल के सभी पाए जहां पुराने कंक्रीट के बने हैं, वहीं पुल का सुपर स्ट्रक्चर लोहे का बना है. गौरतलब है कि पुल के जीर्णोद्वार कार्य के पूर्व आईआईटी रुड़की की टीम ने पुल के सभी पिलर को पूरी तरह मजबूत और सुदृढ़ पाया था. जीर्णोद्धार कार्य में ध्यान रखा गया कि पुराने पुल का मलबा गंगा में न गिरे. पुराने पुल के सुपर स्ट्रक्चर के सारे मलवे को क्रश कर वैकल्पिक उपयोग किया गया.