बिहार में मौसम विभाग ने 1 अगस्त को भारी बारिश होने की ओर इशारा किया हैं यदि मौसम विभाग कि कीई हुई भविष्यवाणी सही होती हैं तो यह बिहार की ओर भारी तबाही का संकेत माना जा सकते हैं।अभी राज्य के 12 जिले बाढ की चपेट में हैं और इस जिले के अंतर्गत आने वाले 1000 गांव भी बाढ़ की चपेट में हैं।वही बिहार के 12 जिलों सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चंपारण, खगडिया, सारण एवं समस्तीपुर जिले के 102 प्रखंडों के 901 पंचायतों की 38,47,531 आबादी में खतरा बरकरार बना हुआ हैं ।बिहार प्रदेश आपदा विभाग के मुताबिक राज्य में बाढ़ के कारण 3 और लोगों की मौत हुई है. सभी 3 मौतें दरभंगा जिले में हुई हैं. इसी के साथ इससे मरने वालों की संख्या बढ़ कर 11 हो गई है. बाढ़ के कारण करीब 40 लाख लोग प्रभावित हुए हैं.
बाढ़ के कारण विस्थापित लोगों को भोजन मुहैया कराने के लिए 989 सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गई है. दरभंगा जिले में सबसे अधिक 14 प्रखंडों के 173 पंचायतों की 13,51,200 आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है. बिहार के बाढ़ प्रभावित इन जिलों में बचाव और राहत कार्य चलाए जाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 26 टीमें तैनात की गई हैं.
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लोगों के खाते में पहुंचा पैसा
बिहार आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि अबतक बाढ़ प्रभावित 60,000 परिवारों के खाते में 6,000 रूपये की राहत राशि अंतरित कर दी गई है. कल तक और 40,000 लोगों के खाते में राशि अंतरित हो जाएगी. उन्होंने बताया कि 8-10 अगस्त तक सभी बाढ़ प्रभावित परिवारों के खाते में राशि अंतरित कर दी जाएगी.