इस गांव के वाशिंदे से बिहार हुआ शर्मसार

बिहार का औरंगाबाद जिला के कर्मा लहंगा गांव  में पला बड़ा हुआ अक्षय ठाकुर जो 2012के चर्चित निर्भया सामूहिक दुष्कर्म का आरोपित हैं। यहा के लोगों को यह दुख सता रहा हैं कि यहा का रहने वाला  इस वाशिंदे ने पुरे गांव को शर्मसार करने के साथ पुरे बिहार को बदलाम कर दिया हैं। पुरे बिहार के लोगों के साथ इस गांव के लोग के चेहरा मुर्झाया हुआ और गर्दन झुका हुआ हैं।                  और पढे़:BBA की छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म,वीडियो वायरल की धमकी

अक्षय ठाकुर और निर्भया कांड पर एक नजर:

बिहार का औरंगाबाद जिले के टंडवा थाना क्षेत्र के कर्मी लहंगा गांव के निवासी सरयू सिंह की गृहस्थी ठीक ठाक चल रही थी। उसके तीन बेटे में से निर्भया कांड का दोषी अक्षय ठाकुर से कुछ ज्यादा की उम्मीद थी। लेकिन दिल्ली रोजी -रोटी की तलाश करने गया अक्षय ठाकुर कुछ गलत लोगों का संग किया। इस गलत संग का नतीजा यह निकला की वह कई  गलत कार्यों में लीपत हो गया और गलत कार्य करने लगा।इस गलत कार्य का नतीजा हैं कि वर्ष 2012 में घटीत एक ऐसी घटना हैं कि जिसने पुरे देश को झकझोर कर रख दिया था वह निर्भया कांड जिसमें अक्षय ठाकुर गुनहगार हैं।इस माह के 22 तारीख को फांसी देने के लिए डेथ वारंट जारी किया गया हैं।

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साल 2012 माह दिसंबर की रात को एक पैरमेडिकल की छात्रा बस से अपने निवास स्थान के लिए जा रही थी।उसी बस में  ये आरोपित भी सवार  थे। ये आरोपित चलती बस में पैरामेडिकल छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद उस एक सड़क किनारे छोड़कर चले गये। दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आने के बाद दिल्ली पुलिस की टीम ने जांच पड़ता किया। पुलिस सीघ्र ही उन छह दुष्कर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।जिनमें से एक नाबालिंग को बाल सुधार गृह भेजे दिया। शेष पांच आरोपितों को तिहाड् जेल में डाल दिया।इस कांड का मुख्य आरोपित तिहाड़ा जेल में सुसाइड कर आत्म हत्या कर लिया।शेष बचे अक्षय ठाकुर सहित चारों आरोपितों को  फांसी की सजा के लिए दिल्ली की पटियाला हाउस ने डेथ वारंट जारी किया हैं। यदि उपरी अदालत ने इन पर स्टे नहीं  लगाया तो  22जनवरी की सुबह को फांसी पर लटका दिये जाएगे।

 

 

 

 

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