पूर्वी चंपारण के डीएम श्री रमन कुमार का कुछ तस्वीरे आज काफी सारे सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे। जिसमें डीएम साहब खुद बालू से भरे बोरो को उठाकर बांध के समीप रख देते हैं।
दरअसल आए दिन हो रहे बारिश के कारण पूर्वी चंपारण के पूर्वी इलाकों में बाढ़ की आशंका काफी तेजी से उभर रही है। चूकी यह इलाका नेपाल से सटा है तो नेपाल से आने वाले पानी का भी इससे काफी असर पड़ने वाला है। नदियों में पानी लबालब भर चुका है। कई जगह से बांध टूटने की खबर आ रही है।
इसी बाबत जब डीएम साहब को हुई चंपारण के ढाका प्रखंड के खोरी पाकर घाट पर बांध क्रैक होने की खबर मिली तो डीएम साहब अपने पूरे महकमे के साथ वहां जा पहुंचे। और वहां के काम कर रहे लोगों का मदद करने के लिए बालू से भरा बोरा उठाकर ले जाने लगे। इसे देखकर वहां उनके साथ आए अधिकारी भी इस काम में जुट गए।हलाँकी यह मनवाता के लिए काफी अच्छा उदाहरण है कि जिला के प्रशासनिक हेड अपने जिला के आम जनता की सुरक्षा के लिए अपने कंधे पर बालू से भरा बोरा ले जाने को तैयार है।
काश इस तरह की चिंता डीएम साहब पहले दिखाएं होते। तो हो सकता था कि इस तरह की नौबत कभी ना आती। पर जब पानी सर के ऊपर जा चुका है तो दिखावा मात्र ही सही पर डीएम साहब इसमें आगे आए।
और उनकी यह कोशिश काफी सराहनीय है कि वे आम इंसान की सेवा दिलो जान से करना चाहते हैं। इलाकों में पानी खतरे के निशान से ऊपर है। वहां के लोग सरकार से वहां समुचित बिजली, पानी की मांग कर रही है। मोतिहारी समेत पूर्वी चंपारण के कई सारे गांव पानी से लबालब भर चुके हैं और बाढ़ कब आ जाए इसकी कोई खबर नहीं।
इस बार मोतिहारी में पिछले 50 साल का रिकॉर्ड तोड़ बरसात हुआ और पूर्वी चंपारण धारा 144 लगाने वाले पहला जिला बन गया है।।।