नोवेल कोरोना वायरस से बचने केलिए तमाम सुरक्षा किये जा रहे हैं कि इस वायरस को जितना जल्दी हो खत्म किया जा सके फिर भी कही न कही चुक देखने को मिल रही हैं जिसके कारण ये वायरस रह किसी को अपने चपेट में बहुत आशानी से ले रहा हैं।क्योंकि केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने सभी को अपने घरों में रहने के लिए 3 मई तक लाँकडाउन लिया हुआ हैं कि लोगो अपने घरों में रहेगे और सोशलडिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कोरोना वायरस की चपेट में आने से बचे रहेंगे।लेकिन आये दिन देखा जा रहा हैं कि लोग लाँकडाउन के बाउजुद अपने घरों में ना रहकर इधर-उधर आते जाते दिखाई दे रहे हैं कभी रेलवे स्टेशनौ पर तो कभी बस अड्डों पर इसके अलावा शादी विवाह जैसे कार्यक्रमों में आते -जाते देखे जा रहे हैं।इन्ही कारणों से कोरोना जैसे महामारी रुकने की बजाये फैलती जा रही हैं क्योंकि इन्ही लोगों के चोरी छिपे आने -जाने से जो स्थान या लोग इस वायरस की चपेट में नही वह भी इनके संपर्क में आने से संक्रमित हो रहे हैं।
ऐसे ही कारणों से आज मुंबई स्थित नौसेना के आईएनएस आंग्रे में काम करने वाले नौसेना के 21 कर्मी कोरोना वायरस पाँजिटिव पाये गये है।जिसके चलते मुंबई से लेकर दिल्ली तक सुरक्षा हलकों में हड़कंप मच गई हैऔर इस पूरे मामले की जानकारी खुद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ले रहे है.
बताया जा रहा है कि मुंबई स्थित नौसेना के आईएनएस आंग्रे के सभी कर्मियों को जो कोरोना पाँजिटिव पाये गये हैं उनको मुंबई के कोलाबा में नौसेना के अस्पताल अश्विनी में भर्ती कराया गया है.आईएनएस आंग्रे नौसेना की पश्चिमी कमान में प्रशासकीय कामकाज से जुड़ा एक तटवर्ती प्रतिष्ठान है।इस कमान के संपर्क में आये अन्य कर्मचारियों की पड़ता कर क्वारेंटाइन करने के लिए जांच पड़ता किया जा रहा हैं।कहा जा रहा हैं कि राष्ट्रव्यापी लाँकडाउन होने के कारण कोई नौसेनिक कही गया नहीं फिर भी इतने जवान कैसे कोरोना वायरस की चपेट में आगये इस बात की जांच कि जा रही हैं।संभावना यह भी व्यक्त किया जा रहा हैं कि कोई सैनिक किसी काम काज की वजह से किसी के संपर्क में आया होगा।
यह मामला सामने आने के बाद नौसेना ने बड़े स्तर पर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का काम शुरू कर दिया है.