कोरोना जाने वाला नहीं,इसी के साथ जीना होगा:दिल्ली सीएम केजरीवाल ने दिया बड़ा बयान

देश में कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने के लिए राष्टव्यापी लाँकडाउन लिया गया ताकि इसको फैलने से रोका जा सके।इसी लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 मई तक लाँकडाउन बढ़ाया था फिर भी देश में कोरोना संक्रमण बढ़ता ही जा रहा हैं और मौते भी हो रहा हैं।इसी को ध्यान में ऱखते हुए गृह मंत्रालय को शुक्रवार को फिर से लाँकडाउन 3.0 की घोषणा करनी पढ़ी जिसमें लाँकडाउन को दो हप्ता के लिए बढ़ा दिया गया हैं।

लाँकडाउन 3.0 को बढ़ाने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूरी दुनिया का अनुभव बताता हैं कि कोरोना वायरस को लाँकडाउन से सिर्फ रोक जा सकता हैं खत्म नहीं किया जा सकता हैं क्योंकि लाँकडाउन से कोरना फैलने से रुक सकता हैं लेकिन खत्म नहीं किया जा सकता हैं।इस लिए उन्होंने कहा कि लोगों को इसके साथ ही जीने की आदत डालनी पड़ेगी। आगे उन्होंने कहा कि अगर हम सोचें कि किसी एरिया में लॉकडाउन कर दिया और वहां केस जीरो हो जाएंगे, ऐसा पूरी दुनिया में नहीं हो रहा है।अगर हम पूरी दिल्ली को लॉकडाउन करके छोड़ दें तो केस खत्म नहीं होने वाले हैं।

और पढ़े:लाँकडाउन के बाद प्रवासी मजदूरों के लिए चली हैदराबाद से झारखंड केबीच स्पेस्ल ट्रेन

प्रधानमंत्री द्वारा कोरोना से निपटने के प्रयास की दिल्ली सीएम ने की प्रशंसा

केजरीवाल ने कोरोना संकट से निपटने के प्रयासों के लिए केंद्र सरकार और पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए उन्हें बधाई दी। सीएम ने कहा, ‘केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री जी को बधाई देना चाहता हूं कि उन्होंने समय रहते 24 मार्च को लॉकडाउन लागू कर दिया।

यह भी पढ़े:ताज नगरी आगरा में कोरोना संक्रमण तेज,15 लोगों की मौत

तीन कंटेनमेंट जोन में 60 फीसदी मौत
सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में केवल तीन कंटेनमेंट जोन में 60 फीसदी मौत हो रही हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मरकज से कम से कम 3,200 लोगों को निकाला। इसमें से 1,100 लोग संक्रमित मिले और 700-800 विदेशों से आए लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। काफी कंट्रोल किया गया है। उन्होंने कहा, ‘हमने 35 हजार से अधिक लोगों को होम क्वारनटीन किया था। अगर हमने शुरुआती कदम न उठाए होते तो दिल्ली में 25 से 30 हजार केस होते, इसलिए मैं कह रहा हूं दिल्ली ने मुश्किल लड़ाई लड़ी।’

About The Author

Related posts

Leave a Reply