राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस का कहर थम नहीं रहा। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 438 पॉजिटिव केसेज सामने आए हैं। इसी दौरान, 6 मरीजों ने दम तोड़ दिया। दिल्ली में अबतक कुल 9,333 कन्फर्म केसेज मिले हैं जिनमें से 129 की मौत हो चुकी है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, मरने वाले में 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है। यहां पर 3,926 मरीजों को रिकवरी के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई है। इनमें से 408 लोगों को बीते 24 घंटे के बीच अस्पताल से छुट्टी दी गई है।
दिल्ली सरकार ने जानकारी दी है कि कोरोना से मरने वालों में सबसे ज्यादा 60 साल या उससे ऊपर उम्र के लोग हैं। यहां ऐसे 1,367 व्यक्तियों को कोरोना संक्रमण हुआ है। इनमें से अबतक 67 की मौत हो चुकी है। 50-60 वर्ष की उम्र के 1,416 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, इनमें से 35 मरीजों की मौत हुई है। दिल्ली में कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज 50 साल या उससे कम उम्र के हैं। इस एज ब्रैकेट के कुल 6,550 मरीजों में से 27 जान गंवा चुके हैं।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, “पहले लगता था कि गर्मी शुरू होगी तो कोरोना चला जाएगा। हमें यकीन था कि एक मई इसका आखिरी दिन होगा, लेकिन अब यह जाने वाला नहीं लग रहा है। ब्राजील समेत कई देशों में काफी अधिक गर्मी बढ़ गई है, इसके बाद भी कोरोना पर ज्यादा असर नहीं पड़ा है।” जैन ने कहा, “अब हमें कोरोना के साथ जीना सीखना ही पड़ेगा। जहां तक कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने की बात है, तो हमें इसकी संख्या पर नहीं जाना चाहिए। हमें इसके बढ़ने के प्रतिशत को देखना चाहिए। कल इसके बढ़ने का दर करीब 5 प्रतिशत था। अभी यहां कोरोना मरीजों के बढ़ने का दर 5 से 5.5 प्रतिशत है। कभी इसके बढ़ने की दर 20 प्रतिशत थी। फिर 12 हुई। इसके बाद कम हुआ और अब 5-6 प्रतिशत है।”