क्या है झारखंड मोब लिंचिंग का सच्च

झारखंड के सरायकिला के धातकिडीह गांव में चोरी के इल्जाम में एक युवक की पिटाई का मामला सामने आया। 17 जून के रात में एक युवक पर चोरी का इल्जाम लगाकर उसे काफी बुरी तरह कुछ लोगों के द्वारा पीटा गया। मामला जब पुलिस मे गया तो 18 जून सुबह पुलिस उस शख्स पर चोरी के मुकदमा दर्ज कर उसको जेल में भेज दिया। जहा 4 दिन ही जेल में रहने के बाद उसकी तबीयत अचानक बहुत ज्यादा खराब हो गई। उस पिटाई के कारण तो उसे सराय किला के ही एक हॉस्पिटल में भेजा गया। जहां उसकी मौत हो गई।

उस चोरी करने वाले शख्स का नाम तबरेज बताया जा रहा है। हालांकि युवक के मौत के बाद इस पर काफी सियासी घमासान मचा हुआ है। सरकार ने इस घटना में दोषी पाए गए दो थानेदार को सस्पेंड कर दिया है। आए दिनों इस तरह की घटना काफी आम हो गई है। मॉब लिंचिंग के नाम पर काफी इस तरह की घटनाएं सामने आ रही है। युवक को खंभे से बांधकर पीटा जाने का भी आरोप लगाया जा रहा है। मृत्य युवक के परिजन इस घटना का उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं।

घटना के घटित होने के साथ ही बहुत सारे राजनीतिक  हस्तियों के बयान सामने आ चुके हैं जिसमें एआईआईएम के नेता व सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी है। वहीं भाजपा की तरफ से दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी भी अपना बात कह चुके हैं। भाजपा शासित प्रदेश में जब कभी भी इस तरह की घटना होती है तो उसे काफी बढ़ा चढ़ाकर पेश किया जाता है। वही बंगाल में हो रही हिंसा पर कहीं से किसी को कुछ बोलने की हिम्मत नहीं होती है। पर जो भी हो या काफी हद तक गलत है की एक भीड़ मिलकर एक व्यक्ति की जान ले ले। सरकार को इसके लिए काफी ठोस कानून बनाने की जरूरत है। इस घटना के घटित होने के साथ ही विपक्ष के कई सारे नेता रांची पहुंचकर मृत युवक के परिवार को दिलासा दिलाया।

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